जहाजरानी मंत्रालय की मुख्य योजना सागरमाला संकल्पना और योजना से आगे बढ़कर वर्तमान में क्रियान्यन स्तर पर है। कार्यक्रम के तहत बंदरगाह आधुनिकीकरण और नवीन बंदरगाह विकास, संपर्क विस्तार,बंदहगाह से जुडा औद्योगीकरण और तटीय सामुदायिक विकास के क्षेत्र में चार सौ से अधिक परियोजनाओ की पहचान की गई है।
सागरमला कार्यक्रम के अंतर्गत इस संबंध में हितधारको के बीच जागरूकता बढाने के लिए आगामी 6 से 8 माह की अवधि में मंत्रालय कार्यशालाओ की श्रृंखला का आयोजन करेगा।
इस संबंध में प्रथम कार्यशाला “सागरमाला योजना के क्रियान्वयन को त्वरित करना- राज्यो के साथ सम्बद्धता का आयोजन 09 जून,2017 को नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटाट सेंटर में किया जाएगा। इस कार्यशाला का उद्देश्य सागरमाला कार्यक्रम के लिए जहाजरानी मंत्रालय, अन्य संबधित मंत्रालय और विभिन्न तटीय राज्यो के बीच गतिविधि का विस्तार करना है। कार्यशाला की अध्यक्षता जहाजरानी सचिव करेंगे और नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ कांत इसमें मुख्य भाषण देंगे। कार्यशाला में तटीय राज्यो के प्रधान सचिवो, बंदरगाहो के अध्यक्षो और संबधित मंत्रालयो के अधिकारियो के भाग लेने की आशा है।