रेल मंत्रालय झरिया कोयला खान क्षेत्र में आग के कारण धनबाद-चन्द्रपुर रेल लाइन बंद होने पर वैकल्पिक प्रबंध करने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने आज रेलवे बोर्ड के सदस्यों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में वैकल्पिक प्रबंधों की समीक्षा की। इस बैठक में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री ए.के. मित्तल, रेलवे बोर्ड के सदस्य ट्रैफिक श्री मोहम्मद जमशेद और रेलवे बोर्ड के सदस्य इंजीनियरिंग श्री आदित्य कुमार मित्तल और सीएमडी, राइट्स (रेलवे का सार्वजनिक उपक्रम) श्री राजीव मेहरोत्रा ने भी भाग लिया। रेल मंत्री ने इस क्षेत्र में यात्री और मालगाड़ी परिचालन में होने वाली समस्या को कम करने के उपाय करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि रेल यात्रियों के लाभ के लिए एक कार्य योजना बनाई जाए और इसे शीघ्रता से लागू किया जाए।
रेल मंत्री के निर्देशों के अनुसार रेलवे बोर्ड ने गोमो रेलवे स्टेशन पर आधारभूत सुविधाओं को बढ़ाने और उन्हें उन्नत करने का निर्णय लिया, क्योंकि इस स्टेशन से अत्यधिक रेल आवागमन होने वाला है। रेलवे बोर्ड ने निर्णय किया कि पहले से स्वीकृत 250 करोड़ रूपये की लागत से गोमो में बनने वाले फ्लाईओवर में मतारी स्टेशन से दो और रेल सम्पर्क जोड़े जाएंगे (रेल के ऊपर रेल), ताकि धनबाद की तरफ से आने वाली रेलों को गोमो स्टेशन पर वापस भेजने से बचा जा सकें। इससे रेल यातायात अधिक सुचारू हो जाएगा। दो अतिरिक्त रेल सम्पर्कों के साथ गोमो फ्लाईओवर निर्माण की कुल लागत 500 करोड़ रूपये होगी, जिसकी स्वीकृति दी जा चुकी है। गोमो स्टेशन पर इस फ्लाईओवर नेटवर्क के निर्माण कार्य को तेजी से करने का भी निर्णय लिया गया।
इसके अतिरिक्त तत्कालिक उपाय के रूप में रेल पीएसयू, राइट्स को केवल प्रभावित भागों का मार्ग परिवर्तित करने की संभावनाओं का अध्ययन करने और रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करने के लिए भी कहा गया। इसके बाद नई आधारभूत संरचनाएं बनाने और लागू करने की उपयुक्त रणनीति बनाई जाएगी। स्थानीय मार्ग परिवर्तनों के कारण माल ढुलाई के व्यय की पूर्ति के लिए कोयला मंत्रालय से सम्पर्क किया जाएगा और यात्री तथा मालगाडि़यों के आवागमन हेतु स्थायी उपाय किये जाएंगे। शीघ्र भूमि अधिग्रहण और कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करने के लिए जोनल रेल कार्यालय राज्य सरकार के साथ सम्पर्क करेगा।
रेल प्रशासन रेलों के अंतिम स्टेशनों की दूरी घटाने और मार्ग परिवर्तन द्वारा और अधिक संख्या में सवारी रेलगाडि़यां चलाने की संभावनाएं भी तलाश रहा है।
रेलवे बोर्ड, पूर्व मध्य रेलवे जोन और धनबाद रेल प्रभाग, रेल प्रयोगकर्ताओं की समस्याएं कम करने के लिए निरंतर स्थिति की निगरानी कर रहा है और किये जाने वाले उपायों के लिए कार्य कर रहा है।