राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने भारत के 13वें राष्ट्रपति के रूप में पदमुक्त होने की पूर्वसंध्या पर आज (24 जुलाई, 2017) राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में पुस्तकें और राष्ट्रपति भवन से संबंधित रिपोर्ट्स ग्रहण कीं।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि वह भारत की जनता द्वारा अपने प्रति व्यक्त किए गए विश्वास और भरोसे के लिए हार्दिक आभारी हैं। वह अपने प्रति प्रदर्शित विनम्रता और प्रेम से सम्मानित महसूस कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने देश को जितना दिया, उससे कहीं अधिक पाया है।
राष्ट्रपति ने निर्वाचित राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविंद को बधाई दी और उनका हार्दिक स्वागत किया तथा उन्हें आने वाले वर्षों में सफलता और खुशहाली की शुभकामनाएं दीं।
राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में उन्होंने एक मानवीय और खुशहाल टाउनशिप का निर्माण करने का प्रयास किया। राष्ट्रपति ने कहा कि इन पांच वर्षों के दौरन उन्होंने देश के सुदूर हिस्सों की यात्राओं से सीख हासिल की। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के युवा और प्रतिभावान लोगों, वैज्ञानिकों, नवोन्वेषकों, विद्वानों, कानूनविदों, लेखकों, कलाकारों और विभिन्न क्षेत्रों के अग्रणियों के साथ बातचीत से सीखा। यह बातचीत उन्हें एकाग्रता और प्रेरणा देती रही।
राष्ट्रपति को आज भेंट की गई पुस्तकों में (1) उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी द्वारा ‘द इनोवेशन प्रेसीडेंट’ और (2) प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘सलेक्टेड स्पीचिज ऑफ द प्रेसीडेंट (वॉल्यूम-IV) शामिल हैं। राष्ट्रपति को भेंट की गई रिपोर्ट्स में अपर सचिव, राष्ट्रपति डॉ. थॅामस मैथ्यू द्वारा ‘कंजर्विंग एंड अपग्रेडिंग ऑफ द प्रेसीडेंट एस्टेट – सलेक्ट प्रोजेक्ट्स : द मुखर्जी इयर्स 2012-17’, डॉ. सविता, निदेशक, वन अनुसंधान संस्थान देहरादून द्वारा ‘हेल्थ स्टेटस एंड ऐज अस्सेसमेंट ऑफ द ट्रीज ऑफ राष्ट्रपति भवन’ तथा इन्टेच से डॉ. के जी के मेनन और सुश्री स्वपना लिडल द्वारा ‘कॉम्प्रीहेन्सिव कंजर्वेशन मैनेजमेंट प्लेन फेज़ – II’ शामिल हैं।
इस कार्यक्रम के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम और रात्रि भोज का आयोजन किया गया, जिसमें निर्वाचित राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,केंद्रीय मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।