आयकर विभाग पिछले 5 दिनों से यू एंड आई नाम की कंपनी की तफ्तीश में जुटी है. ये कंपनी लोगों को व्यक्तिगत तौर पर लॉकर की सुविधा मुहैया कराती है. ऐसी संभावना है कि इन लॉकर्स में कई लोगों की बेनामी संपत्ति हो सकती है. इनकम टैक्स की टीम जल्द ही कई लोगों को लॉकर से संबंधित जानकारी मांगने के लिए नोटिस भी भेज सकती है.
दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन में स्थित यू एंड आई कंपनी ने दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करके लॉकर में कई लोगों की बेनामी संपत्ति जमा कराई. अब इनकम टैक्स की टीम इन लॉकर में रखे करोड़ों रुपए की सम्पति के असली मालिक को ढूंढ रही है. इसे लेकर कंपनी के पास भी कोई सही जानकारी नहीं है.
जेबीएम ग्रुप और गुटखा कारोबारी के खिलाफ हुई कार्रवाई के बाद अब कई लोगों की मुश्किलें बढ़े सकती हैं. इनकम टैक्स आने वाले दो महीने में कई अन्य बेनामी सम्पति को कुर्क करने की कार्रवाई करेगा. आयकर विभाग के राडार पर कई लोग हैं. इनकम टैक्स ने पिछले एक सप्ताह के अंदर ही दिल्ली से करीब 61 करोड़ रुपए जब्त किए हैं.
पिछले साल इनकम टैक्स ने देश के कई हिस्सों में 24 बेनामी प्रतिबंध यूनिट तैयार की थी. इसके बाद से ही इनकम टैक्स ने काफी बेनामी सम्पतियों को कुर्क किया है. ये कार्यवाही ‘बेनामी लेनदेन (निषेध) अधिनियम’ के तहत की जा रही है. यह एक्ट 1 नवम्बर 2016 को संशोधन के बाद लागू किया गया. इस एक्ट के तहत कोई भी चल या अचल संपत्ति के अटैचमेंट और उसके बाद में जब्ती की जा सकती है. इस कानून के तहत आरोप सिद्ध होने के बाद सात साल की कैद और प्रोपर्टी की फेयर मार्केट का 25 फीसदी तक का हिस्सा वसूलने का प्रावधान है.