जम्मू-कश्मीर के युवाओं और देश के बाकी राज्यों के छात्रों के बीच सामाजिक-सांस्कृतिक एकता के मद्देनजर एक कार्यक्रम की योजना तैयार की है. केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर सरकार के बीच सोमवार को एक सहमति समझौता हुआ है, जिसके तहत देश भर के युवा जम्मू-कश्मीर राज्य की खासियत और उसके हालात समझने के लिए यात्रा कर सकेंगे. जबकि कश्मीरी छात्र देश की सांस्कृतिक विवधता से रूबरू होंगे.
देश भर के छात्रों के बीच आपसी मेलजोल बढ़ाने की योजना
इस कार्यक्रम के तहत कश्मीरी छात्रों का एक बैच 18 जनवरी को राजधानी दिल्ली रवाना होगा और गणतंत्र दिवस के आयोजन में भी शामिल होगा. मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक देश भर के छात्रों में आपसी मेलजोल बढ़ाने का ये कार्यक्रम आगे भी जारी रहेगा.
करीब 10 हजार छात्र लेंगे हिस्सा
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसका मकसद ऐसा माहौल बनाना है, जिसमें जम्मू-कश्मीर के छात्र अन्य राज्यों के छात्रों से मिल सकें. इसके तहत करीब 10 हजार छात्र देश भर की यात्रा करेंगे. ये कदम ऐसे वक्त पर उठाया जा रहा है, जब जम्मू-कश्मीर में कानून-व्यवस्था और अस्थिरता को लेकर मोदी सरकार पर विपक्ष का हमला तेज है.
शिक्षा से सुधरेंगे हालात
कश्मीरी युवाओं में बाकी राज्यों के प्रति लगाव का विकास करने के लिए इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है. HRD मंत्रालय में सचिव विकास स्वरूप ने बताया, ‘हमारा मंत्रालय इस दिशा में ध्यान दे रहा है कि शिक्षा के जरिए जम्मू-कश्मीर के हालात कैसे सामान्य किए जा सकते हैं. मंत्रालय की एक टीम ने राज्य का दौरा किया और इस मसले पर JK के राज्यपाल व मुख्यमंत्री से चर्चा की है. अब जमीनी स्तर पर काम शुरू किया जा रहा है.’