विश्व आर्थिक मंच (WEF) में शिरकत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावोस रवाना हो चुके हैं. 21 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस मंच पर पहुंचा है. पीएम मोदी से पहले 1997 में एचडी देवगौड़ा यहां पहुंचे थे. देवगौड़ा के उस दौरे पर देश के नामी उद्योगपति राहुल बजाज ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि देवगौड़ा इस महत्वपूर्ण दौरे पर परिवार के साथ पिकनिक मनाने आए थे.
पीएम मोदी के दौरे से हम उत्साहित
राहुल बजाज ने कहा कि अब पीएम मोदी के आने से हम लोग बेहद उत्साहित हैं. अब भारत दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. हमारे सामने अभी कई चुनौतियां हैं, लेकिन अब हमारे पीएम बहुत अच्छे हैं. भारत इस समय युवा देश है. अधिकांश लोग 35 से कम उम्र के हैं. अगर हम उन्हें शिक्षा और स्किल मुहैया कराएंगे तो ये देश की ताकत में और इजाफा करेंगे.
जीएसटी-नोटबंदी सकारात्मक कदम
राहुल बजाज ने जीएसटी पर कहा कि ये बहुत ही सकारात्मक कदम है. हम लोग पीएम मोदी के यहां आने को लेकर बेहद उत्साहित हैं. कल का दिन बहुत बड़ा रहेगा, जब पीएम यहां भाषण देंगे. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि नोटबंदी लंबे समय में बेहद कारगर है. बजाज ने मोदी पर भरोसा जताते हुए कहा कि हमें यकीन है कि पीएम की अगुवाई में देश की आर्थिक रफ्तार नई ऊंचाइयों को छुएगी.
वित्त मंत्री या दूसरा अधिकारी ही जाता था दावोस
बीते दो दशकों में भारत की ओर से वित्त मंत्री या फिर कोई दूसरा अधिकारी ही वहां जाया करता था. एचडी देवगौड़ा जून, 1996 में देश के 11वें प्रधानमंत्री बने थे. प्रधानमंत्री बनने के कुछ ही महीनों बाद वो विश्व आर्थिक मंच में हिस्सा लेने के लिए गए.
देवगौड़ा के वक्त हालात थे अलग
देवगौड़ा की तुलना में मोदी की यह दावोस यात्रा देश के लिए आगे बढ़ने के लिहाज से बेहद खास है. देवगौड़ा ने जिस समय यात्रा की थी उस समय देश के हालात अच्छे नहीं थे, लेकिन अब माहौल बदला है और मोदी कुछ नए इरादे के साथ दावोस जा रहे हैं. मोदी ने खुद ही दावोस की यात्रा को लेकर कहा था कि दुनिया भली-भांति जानती है कि दावोस आर्थिक दुनिया की एक बड़ी पंचायत बन गया है और यहां आर्थिक मामलों के दिग्गज इकट्ठा होते हैं और भावी आर्थिक स्थितियों के बारे में दशा और दिशा तय करते हैं.