गुजरात के गांधी नगर में दर्ज हुए रेप के मामले में भी आरोपी आसाराम को सुप्रीम कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली. कोर्ट ने जमानत याचिका पर जल्द सुनवाई की आसाराम की याचिका पर तब तक सुनवाई से मना कर दिया है जब तक पीड़ित के बयान दर्ज नहीं हो जाते. यानी कोर्ट के इस रुख के बाद फिलहाल आठ हफ्ते तो आसाराम जेल में ही रहेंगे. क्योंकि 8 हफ्ते बाद ही सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई होगी.
इस मामले में अभियोजन पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में बताया कि 29 जनवरी से गुजरात की निचली अदालत में पीड़ित के बयान दर्ज होने हैं. इस पर कोर्ट ने कहा कि पहले पीड़ित का बयान दर्ज हो उसके बाद जमानत याचिका पर विचार होगा.
आसाराम की तरफ से कहा गया कि उनकी उम्र ज्यादा हो चुकी है. उनको सेहत की परेशानी भी है. ऐसे में जमानत याचिका पर जल्द सुनवाई हो.
जोधपुर में हुए मामले से अलग रेप के इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में आसाराम ने जमानत याचिका की जल्द सुनवाई की अर्ज़ी डाली है. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने आसाराम के खिलाफ धीमी सुनवाई पर सवाल करते हुए गुजरात सरकार से इस बाबत पूछा था. सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा है कि अभी तक पीड़ित के बयान क्यों नही दर्ज किए.