फिल्म पद्मावत बनने से पहले ही विवादों में फंसी और रिलीज के बाद भी कंट्रोवर्सी से घिरी हुई है. एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण को करणी सेना और कई राजपूत संगठनों से धमकिया मिलीं. किसी ने नाक तो किसी ने सिर काटने पर ईनाम रखा. इस मुद्दे पर दीपिका पादुकोण ने इंडिया टुडे के लिए राहुल कंवल से बातचीत में बताया कि उन्हें मिल रही धमकियों पर उनके माता-पिता का क्या रुख रहा.
एक्ट्रेस ने कहा, मेरे पैरेंट्स थोड़े इंसिक्योर थे जब यह सब हो रहा था. उन्होंने मुझसे पूछा भी कि क्या हम मुंबई आएं. लेकिन मैं कभी डरी नहीं इसलिए वो भी नहीं डरे. मैं करणी सेना को कुछ नहीं कहना चाहूंगीं. मैं किसी बात पर घबराने वालों में से नहीं हूं. जब मुझे पता हो कि यह सही है तो डरने का सवाल ही नहीं है.
करणी सेना पर घर में कम बात हुई- दीपिका
मेरे माता-पिता को मुझ पर भरोसा है कि मैं अपना ध्यान रख सकती हूं. घर में सालभर में कभी-कभार ही करणी सेना को लेकर बातचीत होती थी. मैंने 18 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था. मैं मुंबई में अपने सपनों को पूरा करने आईं. मेरे पैरेंट्स जानते हैं कि मैं सारी मुश्किलों से लड़ सकती हूं.
भंसाली से फिल्म होल्ड करने को कहा- दीपिका
दीपिका ने कहा, जब करणी सेना के लोगों ने जयपुर में सेट पर तोड़फोड़ मचाई थी और भंसाली पर हमला किया था, वह पल बहुत ही झकझोर देने वाला था. मुझे याद है कि उस वक्त मैंने डायरेक्टर भंसाली को कहा था कि हमें फिल्म को कुछ समय के लिए होल्ड कर देना चाहिए. लेकिन उन्होंने कहा कि नहीं हम यह फिल्म करेंगे. यही भंसाली का बेस्ट पार्ट है.
हॉलीवुड में काम करने का तरीका अलग
हॉलीवुड में काम करने के तरीके पर दीपिका ने कहा, वहां पर काम बेहद अलग तरीके से होता है. वहां टेक्नीशियन को एक्स्ट्रा पैसा मिलता है.
जौहर उस दौर की एक परंपरा है
जौहर पर उठे सवाल को लेकर दीपिका का मानना है कि कुछ लोग भूल जाते हैं कि यह उस सदी की बात है जब जौहर एक परंपरा के तौर लिया जाता था. मेरे लिए फिल्म सिर्फ एक एक्ट है. लेकिन उससे कहीं ज्यादा ये वुमन पावर को सेलिब्रेट करना है. मैंने इस रोल के लिए काफी रिसर्च किया है.
मेल एक्टर्स से ज्यादा फीस मिलनी चाहिए
फीस के मामले में दीपिका को लगता है कि उन्हें मेल एक्टर्स से ज्यादा फीस मिलनी चाहिए लेकिन उन्हें जो मिल रहा है वो उससे खुश हैं. हालांकि दीपिका ने इससे पहले एक इंटरव्यू में ये बात मानी है कि फिल्म के लिए उन्हें ज्यादा फीस मिली थी.