दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट और बदसलूकी का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार सुबह आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर के बाहर प्रदर्शन किया. बता दें कि आम आदमी पार्टी के दो विधायक प्रकास जारवाल और अमानतुल्ला खान जेल में हैं, उन्हें बुधवार की रात तिहाड़ जेल में गुजारनी पड़ी. बीजेपी ने भी इस मुद्दे को लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर के बाहर प्रदर्शन किया.
आप नेता अलका लांबा ने कहा कि गृहमंत्री पक्षपात के आधार पर काम कर रहे हैं, नीरव मोदी जैसे व्यक्ति पर भी एफआईआर हुई है. लेकिन उनपर कुछ नहीं कर पा रहे हैं तो आप विधायकों पर इस प्रकार की कार्रवाई कर रहे हैं. तीस हजारी कोर्ट गुरुवार को दोनों विधायकों की जमानत पर सुनवाई करेगी.
बता दें कि गिरफ्तार किए गए आप विधायकों को बुधवार को तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया. यहां पुलिस ने दोनों की दो दिन की पुलिस रिमांड मांगी थी, लेकिन जज ने उसे कैंसिल कर दिया था.पीएमओ पहुंचे मुख्य सचिव
दोनों विधायकों के खिलाफ केस दर्ज कराने के बाद अंशु प्रकाश ने बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में मीटिंग की और अपना पक्ष रखा. मीटिंग के बाद शाम करीब साढ़े बजे दिल्ली के मुख्य सचिव पीएमओ से बाहर निकले.
काली पट्टी बांधकर विरोध जताया
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट के बाद दिल्ली सरकार के कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. वहीं, पुलिस के मुताबिक मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की मेडिकल रिपोर्ट में उनके चेहरे पर कट का निशान और कंधे पर चोट के निशान पाए गए हैं.इस मामले में आरोपी और आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला ने जामिया नगर थाने में सरेंडर किया था. वहीं, दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उन्होंने अमानतुल्ला खान को गिरफ्तार किया है.
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया है कि सोमवार देर रात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर उन्हें मीटिंग के लिए बुलाया गया था. इस दौरान आम आदमी पार्टी विधायकों ने सरकारी विज्ञापन रिलीज करने का दबाव बनाया और उनके साथ मारपीट की. इस घटना के बाद मुख्य सचिव ने मंगलवार को दिल्ली पुलिस में शिकायत दी, जिसके बाद ओखला विधायक अमानतुल्ला समेत अन्य विधायकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया.