अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के झुंझनू में रैली को संबोधित किया. ये रैली बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की थीम पर आयोजित थी. इस दौरान पीएम मोदी के साथ राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व कई अन्य नेता भी मौजूद रहे.
पीएम मोदी ने इससे पहले गुरुवार सुबह ट्विटर के जरिए महिला दिवस की बधाई दी थी और वीडियो भी जारी किए थे. संबोधन से पहले पीएम मोदी ने वहां मौजूद कई छोटी बच्चियों से बात की. पीएम ने यहां महिलाओं से सीधा संवाद किया. प्रधानमंत्री यहां पर राष्ट्रीय पोषण मिशन की शुरुआत करेंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पीएम मोदी को एक किताब भेंट की. प्रधानमंत्री ने इस दौरान महिलाओं के क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले जिलों को सम्मानित किया.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम में कहा कि दुनिया में 100 साल से भी अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मना रहा है. आज पूरा देश झुंझनू के साथ जुड़ा है. पीएम ने बताया कि मैं सोच-विचार कर झुंझनू आया हूं. झुंझनू जिले ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अभियान को शानदार तरीके से आगे बढ़ाया है. इसलिए मैं अपने आप को यहां आने से रोक नहीं पाया.
पीएम मतलब पोषण मिशन
रैली में पीएम ने कहा कि मेरे विरोधी जितना भी मुझे भला-बुरा कहें उनकी मर्जी है बस ऐसा करें कि अगर पीएम बोले तो उसका मतलब नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री) नहीं पोषण मिशन होना चाहिए. इससे इस मिशन को बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी. हमें कुपोषण के खिलाफ जंग लड़नी होगी.
पीएम ने कहा कि झुंझनू झुकना नहीं जानता मुश्किलों से जूझना जानता है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में नारी को पूजा जाता है लेकिन ऐसा क्या हुआ कि बेटी को बचाने के लिए हाथ पैर जोड़ने पड़ रहे हैं. और सरकारों को बजट निकालना पड़ रहा है. पीएम ने कहा कि आज जब बालक और बालिकाओं के जन्म दर में अंतर दिखता है तो काफी दुख होता है.
उन्होंने कहा कि अब लोगों को तय करना होगा कि जितने बेटे पैदा होंगे, उतनी ही बेटियां पैदा होंगी. जितना बेटा पढ़ेगा तो उतनी ही बेटी भी पढ़ेगी. इसकी शुरुआत हमें आज से ही करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर घर में सास कह दे कि हमें बेटी चाहिए तो
किसी की हिम्मत नहीं है कि बेटी को पैदा होने से रोक दे. बेटियों के जन्म के लिए जागरुकता फैलानी होगी.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के आने के बाद हमने हरियाणा से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लॉन्च किया. जिसके बाद वहां पर बेटियों के जन्म के अनुपात में काफी सुधार हुआ है. आज देश में बेटियां नाम रोशन कर रही हैं. जो लोग मानते हैं कि बेटा है बुढ़ापे में काम आएगा तो ये गलत है. मैंने कई बार देखा है कि बेटे आराम की जिंदगी जीते हो लेकिन मां-बाप वृद्धाश्रम में रहते हो.
मेनका गांधी ने गिनाए सरकार के काम
केंद्रीय बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि 2014 में जब सरकार बनी तो पीएम मोदी ने उन्हें बुलाकर कहा कि देश में महिलाओं की स्थिति को लेकर वह काफी चिंतित हैं उनके लिए कुछ करना चाहिए. हमारी सरकार ने महिलाओं के लिए काफी काम किए हैं. देश में लड़कों के मुकाबले लड़कियों को पैदा होने के अनुपात में काफी सुधार हुआ है. हमारी सरकार ट्रैफिकिंग को रोकने के लिए बिल लाने जा रही है. मेनका गांधी ने कहा कि हमारी सरकार के आने के बाद देश में 18 साल से कम उम्र की लड़कियों के मामले में कमी आई है.
सीएम राजे बोलीं- कई बेटियों को गोद लेकर की मदद
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि झुंझनू की धरती से देश को बड़ी सौगात मिल रही हैं. इसमें राष्ट्रीय पोषण मिशन और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के मिशन को आगे बढ़ाया जा रहा है. इस दौरान राजे ने राज्य में चल रही कई योजनाओं में महिलाओं के योगदान के बारे में बताया. राज्य सरकार राजश्री जैसी योजना चला रही है जिससे बेटी पैदा होने पर परिवार को मदद दी जाती है. उन्होंने कहा कि हमारे कलेक्टरों ने बेटियों को गोद लिया है, इसके अलावा मैंने भी 300 बेटियों को गोद लेकर उनकी मदद की है.गुरुवार सुबह पीएम मोदी ने ट्विटर पर महिला दिवस के मौके पर वीडियो भी शेयर किया