दिल्ली हाईकोर्ट ने आम आदमी पार्टी (आप) के 20 विधायकों को बड़ी राहत दी है. हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग के फैसले को पलट दिया है. इसके बाद ‘आप’ विधायक अलका लांबा ने कहा, ‘ये बहुत बड़ी जीत है. साजिशकर्ताओं को मूकी खानी पड़ी.’ बता दें, लाभ के पद के मामले में चुनाव आयोग ने जनवरी में 20 विधायकों की सदस्यता रद कर दी थी. वहीं, अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि, ‘ये सत्य की जीत है.’ इस फैसले के बाद केजरीवाल सभी 20 विधायकों से मुलाकात भी करेंगे.
केजरीवाल ने ट्वीट किया कि, ‘सत्य की जीत हुई. दिल्ली के लोगों द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों को गलत तरीके से बर्खास्त किया गया था. दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली के लोगों को न्याय दिया. दिल्ली के लोगों की बड़ी जीत. दिल्ली के लोगों को बधाई.’
अलका लांबा ने कहा- साजिशकर्ताओं को मूकी खानी पड़ी
अलका लांबा ने कहा कि, ‘हाईकोर्ट ने माना है कि नेचुरल जस्टिस नहीं हुआ है. हम विधायक बने रहेंगे. विधानसभा जाकर हम दिल्ली के लोगों की आवाज उठाते रहेंगे. ये बहुत बड़ी जीत है. साजिशकर्ताओं को मूकी खानी पड़ी.’
आशीष खेतान बोले- ये लोकतंत्र की जीत है
वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रवक्ता आशीष खेतान ने कहा, ‘ये बहुत ही महत्वपूर्ण फैसला है. ये ‘आप’ की ही नहीं, लोकतंत्र की जीत है. लोकतंत्र पर जिस तरीके से आघात किया जा रहा था उसपर दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई है. ये सच्चाई की जीत है, जनता की जीत है.’
विधायकों की दलील थी कि कथित लाभ के पद को लेकर उन्हें अयोग्य घोषित करने का चुनाव आयोग का फैसला गैरकानूनी है. आयोग ने उन्हें उनका पक्ष रखने का मौका नहीं दिया, जबकि चुनाव आयोग की दलीलें थीं कि उन्होंने विधायकों को अपना पक्ष रखने का पर्याप्त समय दिया.
24 फरवरी को दिल्ली हाईकोर्ट की एकल पीठ ने 20 विधायकों को अयोग्य घोषित करने संबंधी केंद्र सरकार की अधिसूचना पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. 19 फरवरी को आयोग ने राष्ट्रपति को विधायकों को आयोग्य घोषित करने की सिफारिश भेजी थी जिस पर राष्ट्रपति ने अपनी मोहर लगा दी थी.