दिल्ली की यमुना नदी में हो रही अमोनिया की समस्या के साथ अब हरियाणा से दिल्ली आने वाले पानी में कमी हो रही है. जो गर्मी से ठीक पहले जल संकट पैदा कर सकती है. इस बीच आम आदमी पार्टी ने हरियाणा सरकार पर दिल्ली को तय मात्रा में पानी नहीं देने का आरोप लगाया है.
आम आदमी पार्टी के तमाम विधायक हरियाणा की खट्टर सरकार के ख़िलाफ हरियाणा भवन पर धरना देंगे. आपको बता दें कि हाल ही में 30 दिसम्बर 2017 को यमुना नदी में अमोनिया का स्तर बढ़ने की शिकायत आई थी. जल बोर्ड के मुताबिक फिलहाल यमुना नदी से ट्रीटमेंट के लिए पानी का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं किया जा रहा है.
दिल्ली जल बोर्ड के सूत्रों का कहना है कि फिलहाल दिल्ली के वज़ीराबाद पोंड का लेवल 669 है, जबकि सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के मुताबिक यह 674.5 होना चाहिए. जल बोर्ड का कहना है कि दिल्ली में फिलहाल दिल्ली हरियाणा सरकार की तरफ से 70 MGD पानी कम दिया जा रहा है. इस वजह से एनडीएमसी यानी नई दिल्ली और साउथ दिल्ली के इलाकों में पानी की समस्या आ सकती है.
इस बीच पूर्व जल मंत्री कपिल मिश्रा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को खत लिखकर कुछ तथ्य बताने का दावा किया है. साथ ही कई आरोप भी लगाए हैं. कपिल मिश्रा ने अपने पत्र में लिखा है कि कुल 11 में से सिर्फ 2 प्लांट वज़ीराबाद और चंद्रावल में अमोनिया संकट है. कपिल ने पूछा कि अमोनिया ट्रीटमेंट का प्लांट जो मैंने लगवाया था उसे बंद क्यों करवाया गया? कपिल ने अपने पत्र के ज़रिए पूछा कि अगर हरियाणा विधानसभा ने भी दिल्ली की तरह प्रस्ताव पास किया फिर क्या होगा? क्या SYL जैसा हाल होगा? कपिल ने लिखा कि अगर आपके पास टाइम नहीं है तो किसी और को जल मंत्री बनाइए लेकिन खुद की फेलियर छिपाने के लिए लड़ाई और नफरत मत फैलाइए. आपसे निवेदन है कि आरोपी प्रत्यारोप, गाली, धरना बंद करके पानी का काम कीजिए, पिछले तीन वर्षों में ऐसी समस्या कभी नहीं आई.
कपिल ने पूछा कि बाकि दिल्ली में पानी का संकट क्यों? मुस्तफाबाद, मौजपुर, घोंडा, सीलमपुर, गांधी नगर, कोंडली, त्रिलोकपुरी, ओखला, साउथ दिल्ली, ग्रेटर कैलाश, वसंत कुंज, महरौली, छतरपुर, रोहिणी, द्वारका, बवाना में जल संकट क्यों? कपिल का आरोप है कि जल बोर्ड घाटे में चला गया, पानी कम हो गया, टैंकर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम ठप हो गया है. ऐसे में हरियाणा से लड़ाई में दिल्ली का भारी नुकसान होगा.