ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल को नहीं लगता कि स्टीव स्मिथ को दोबारा राष्ट्रीय टीम की अगुवाई का मौका मिलेगा और उन्होंने कहा कि देश के क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें और डेविड वॉर्नर को 12 महीने के लिए प्रतिबंधित करके सही फैसला किया.
चैपल ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ से कहा, ‘मैं उन दोनों (स्मिथ और वॉर्नर) में से किसी को दोबारा ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करते हुए नहीं देखता. कप्तान के रूप में सबसे महत्वपूर्ण चीज में से एक यह है कि आप टीम के अपने साथियों का सम्मान हासिल करो.’
उन्होंने कहा, ‘केपटाउन में जिस तरीके से बेवकूफाना हरकत की गई, मुझे नहीं लगता कि उन दोनों में से कोई दोबारा टीम के साथियों का अधिक सम्मान हासिल कर पाएगा. इसलिए मुझे लगता है कि उन दोनों में से किसी के ऑस्ट्रेलिया के कप्तानी करने की बात को भूल जाइए.’ बैन खत्म होने के बाद भी 1 साल तक कप्तान नहीं बन सकते स्मिथ
स्मिथ और बेनकॉफ्ट अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संबंधित निलंबन खत्म होने के बाद कम से कम 12 महीने तक कप्तान नहीं बन सकते. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष डेविड पीवेर ने कहा, ‘भविष्य में इन्हें कप्तानी सौंपने के बारे में तभी विचार किया जाएगा, जब प्रशंसक, जनता और अधिकारी इन्हें माफ कर दें.’
अनुच्छेद 2.3.5 के उल्लंघन पर स्मिथ, वॉर्नर और बेनक्रॉफ्ट को मिली यह सजा
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की आचार संहिता के तहत स्मिथ को इस बात का दोषी पाया गया कि उसे कृत्रिम तरीके से गेंद की दशा बदलने की योजना की पहले से जानकारी थी और उसने इसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया.
स्मिथ पर मैच अधिकारियों और अन्य को गुमराह करने की कोशिश करने का भी आरोप है. इस सजा के अलावा तीनों खिलाड़ियों को कम्युनिटी क्रिकेट में 100 घंटे तक स्वैच्छिक सेवा भी करनी होगी. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ जेम्स सदरलैंड ने कहा, ‘मैं इस सजा से संतुष्ट हूं क्योंकि क्रिकेट की साख बनाए रखने के लिए यह जरूरी था. इससे ये सभी कड़े सबक सीखेंगे.’
बता दें कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के इस फैसले के बाद स्मिथ और वॉर्नर इस साल आईपीएल में भी नहीं खेल पाएंगे. तीनों खिलाड़ियों को सजा के खिलाफ अपील करने के लिए एक हफ्ते का समय दिया जाएगा.