पहली अप्रैल को अमेरिका की लगभग 42 लाख करोड़ रुपये की कंपनी टेस्ला एक झटके में दिवालिया हो गई. यह जानकारी कंपनी के प्रमुख इलॉन मस्क ने ट्वीट करते हुए दी. मस्क का मकसद 1 अप्रैल को लोगों को मूर्ख बनाने का था.
हालांकि मस्क का यह मजाक या मूर्ख बनाने की कोशिश को कुछ जानकार सच्चाई भी मान रहे हैं. जानकारों का दावा है कि बीते कुछ महीनों में टेस्ला की चुनौतियां बढ़ चुकी हैं. कंपनी की बनाई गई इलेक्ट्रिक कार भले दुनियाभर में अपना जलवा बिखेर रही हैं लेकिन कारों की डिजाइन, सुरक्षा पर सवाल, सुस्त प्रोडक्शन जैसे मुद्दों पर कंपनी को परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है. बहरहाल, 1 अप्रैल को कंपनी के दिवालिया होने का मजाक शुरू करने के लिए मस्क ने एक नहीं कई ट्वीट का सहारा लिया. सबसे पहले 1 अप्रैल की सुबह टेस्ला प्रमुख ने ट्वीटर पर साझा किया कि कुछ ही घंटों में वह एक महत्वपूर्ण सूचना देने जा रहे हैं. मस्क के इस ट्वीट से उनके फॉलोवर्स में हड़कंप सा मच गया और महज कुछ मिनटों में उनका यह ट्वीट लगभग 9000 रीट्वीट कर दिया गया पहले ट्वीट के लगभग तीन घंटे बाद मस्क ने इस मजाक का बम फोड़ते हुए लिखा पैसा जुटाने की उनकी तमाम कोशिश विफल रही है. बड़े स्तर पर ईस्टर के अंडे बेचने के बावजूद वह टेस्ला को बचाने में सफल नहीं रहे और अब उनकी कंपनी दिवालिया हो चुकी है. मस्क ने ट्वीट में दावा किया कि कंपनी घोर वित्तीय संकट में फंस चुकी है. मस्क का यह ट्वीट लगभग 17 हजार बार रीट्वीट किया गया. मस्क का मजाक यहीं नहीं रुका. अगले ट्वीट में बैंकरप्सी कानून का हवाला देते हुए उन्होंने ट्वीट किया कि टेस्ला के दिवालिया होने के एक या दो नहीं बल्कि सभी लक्षण मौजूद थे. इसके तुरंत बाद इलॉन मस्क ने मजाक से जुड़ा आखिरी ट्वीट करते हुए लिखा कि वह टेस्ला की मॉडल 3 कार के बगल में नशे की हालत में बेहोश पाए गए. कार के पास टेस्लाकिला (टकिला के लिए लिखा गया) की कई बोतले भी पाई गई. इसके साथ ही मस्क ने अपनी एक फोटो भी ट्वीट की जिसमें उनके हाथ में एक काज पर कंपनी के दिवालिया होने का ऐलान लिखा था.