वित्त वर्ष 2019 की शुरुआत होने के साथ ही भारतीय स्टेट बैंक ने एक तरफ जहां अपने ग्राहकों को कई तोहफे दिए, वहीं, एक झटका भी दिया है. एसबीआई ने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) और बेस रेट बढ़ा दिया है. इसकी वजह से उन लोगों के लिए कर्ज महंगा हो जाएगा, जिन्होंने इन रेट के आधार पर होम लोन और कार लोन लिया है.
हालांकि मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (MCLR) के आधार पर होम लोन लेने वाले ग्राहकों के लिए राहत भरी खबर है. बैंक ने इसमें कोई बदलाव नहीं किया है. भारतीय स्टेट बैंक ने अपने BPLR को 13.40 फीसदी से बढ़ा कर 13.45 फीसदी कर दिया है. इसके अलावा बेस रेट को भी 8.65 फीसदी से बढ़ाकर 8.70 फीसदी कर दिया है.
बता दें कि 1 अप्रैल से ही एसबीआई खातों में नए मिनिमम बैलेंस चार्ज भी लागू हो गए हैं. इस फैसले की बदौलत खाते में मिनिमम बैलेंस न होने की सूरत में आपको 75 फीसदी कम चार्ज देना होगा. इस तरह यह फैसला वित्त वर्ष के पहले दिन बड़ी राहत बनकर आया है.
भारतीय स्टेट बैंक ने 31 मार्च को ही अपने सहयोगी बैंकों के ग्राहकों को चेकबुक को लेकर याद दिलाया था. इसमें उसने कहा था कि एसबीआई में मर्ज हुए सहयोगी बैंकों की चेकबुक एक अप्रैल से नहीं चलेगी. इस तरह अब सहयोगी बैंकों के ग्राहकों को चेक से लेन-देन करने के लिए जरूरी है कि उनके पास एसबीआई की मौजूदा चेकबुक हो.
बता दें कि पिछले साल ही स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और भारतीय महिला बैंक को एसबीआई में शामिल किया गया था. तब से एसबीआई लगातार नई चेकबुक के लिए इन बैंकों के ग्राहकों को याद दिला रहा था