उत्तरी दिल्ली- अदिति महाविद्यालय ‘ विज्ञापन और जनसंपर्क ‘ पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की डॉ माला मिश्रा के संयोजन में आयोजित कार्यशाला में हिंदी पत्रकारिता में विज्ञापन तथा जनसंपर्क के विषय में जानकारी दी गयी ।
कार्यशाला के पहले सत्र में दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षक संजय बघेल ने महाभारत की कथा के माध्यम से विज्ञापन की अवधारणा को स्पष्ट किया, जीवनशैली का अभिन्न अंग बन चुके विज्ञापनों के प्रभाव को स्पष्ट किया। विज्ञापन की पारम्परिक और नवीनतम जानकारी दी। और पत्रकारिता जगत में विज्ञापन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने विज्ञापन के उद्देश्यों के बारे में कहा कि “ विज्ञापन में मुनाफे के साथ साथ टार्गेट ऑडियंस पर फोकस करना भी जरूरी है ”। एआईडीए और डेगमार्क के मॉडल द्वारा विज्ञापन के पूरे इतिहास की बहुत ही अच्छे तरीके से जानकारी दी।
दूसरे सत्र में वरिष्ठ पत्रकार मदन जेड़ा ने छात्राओं का उन्होंने जनसंपर्क के क्षेत्र की जानकारी देते हुए पत्रकारिता में करियर के विभिन्न अवसरों के बारे में भी बताया। उन्होंने छात्राओं की लेखन क्षमता को परखने के लिए उनसे एक रिपोर्ट भी बनवाई।
कार्यशाला में छात्राओं ने प्रश्न सत्र में बढ़ चढ़ कर भाग लिया और अपनी शंकाओं तथा जिज्ञासाओं का समाधान पाने के लिए प्रश्न सत्र को सार्थक बनाया।
तकनीकी सत्र में डॉ माला ने पत्रकारिता की तकनीकी बारीकियो को बताया ।
कार्यशाला की संयोजिका डॉ माला ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि अदिति महाविद्यालय में समय समय पर पत्रकारिता सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर कार्यशालाएं होती रहती हैं, जो कि पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए बहुत ज़रूरी हैं इसलिये हर सत्र में चुनिंदा विषयों पर निरंतर कार्यशालाएं आयोजित करती रहती हैं। छात्राओं ने इस रोचक और लाभकारी व्यावहारिक कार्यशाला में उत्साहपूर्ण भाग लिया।