2019 के चुनाव की तैयारियों को लेकर समाजवादी पार्टी की बैठक लखनऊ में शुरू हो गई. ये बैठक तीन दिन तक चलेगी. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी के अनुसूचित जाति\ अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ की बैठक ले रहे हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में कहीं कोचिंग की छात्रा की सरेआम गोली मारकर हत्या हो रही है, तो कहीं बीजेपी विधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला सरकार से निराश होकर मुख्यमंत्री आवास पर आत्मदाह कर रही है. क्या यही है ‘एन्काउंटरवाली’ सरकार का खौफ कि अपराधियों की जगह आज महिलाएंआतंकित हो रही है.
अखिलेश के चाचा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव के शामिल होने की उम्मीद है. जबकि महासचिव राम गोपाल यादव का बैठक में आना तय है. इसके अलावा पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता बैठक में हिस्सा लेंगे. अखिलेश मुस्लिम विधायकों और एमएलसी की बैठक बुधवार को अलग से लेंगे.
बसपा गठबंधन पर होगी चर्चा
आगामी लोकसभा चुनाव और विधान परिषद के चुनाव के साथ-साथ बसपा के साथ गठबंधन को लेकर सपा की तीन दिवसीय बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. बसपा से बने गठबंधन और मायावती से राजनीतिक रिश्तों पर भी चर्चा होनी है. राज्यसभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार की हुई हार की वजह पर भी मंथन होगा, ताकि ऐसी चूक दोबारा न हो.
इसी महीने विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव होने हैं. इसे लेकर भी सगंठन की बैठक में पार्टी चर्चा करेंगी और रणनीति बनाएगी. अखिलेश यादव सहित सपा के कई दिग्गज नेताओं का कार्यकाल पूरा हो रहा है. माना जा रहा है कि अखिलेश यादव MLC के चुनाव में पार्टी के किसी नेता को भेजने के बजाय बसपा उम्मीदवार को भेज सकते हैं.
शिवपाल-रामगोपाल के शामिल होने की उम्मीद
अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव के इस बैठक में शामिल होने की उम्मीद है. राज्यसभा चुनाव के दौरान चाचा-भतीजे के बीच रिश्ते बेहतर बने हैं. जबकि राम गोपाल यादव का बैठक में शामिल होना तय है. इसके अलावा सभी एमएलसी इस बैठक में लेंगे हिस्सा लेंगे. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पार्टी के मुस्लिम नेताओं की बैठक अलग से 11 अप्रैल यानी बुधवार को बुलाई है. इस बैठक में पार्टी के सभी मुस्लिम विधायकों, एमएलसी और पार्टी के मुस्लिम पदाधिकारियों को बुलाया गया है. मुस्लिम मतदाता सपा का प्रमुख वोटबैंक माना जाता है. पार्टी का कहना है कि इसमें बीजेपी द्वारा किए जा रहे दुष्प्रचार सहित तमाम मुस्लिम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.