केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक आरटीआई के जवाब में जानकारी दी है कि जनवरी 2012 से फरवरी 2018 (6 साल 2 माह) के मध्य जम्मू कश्मीर में कुल 1563 आतंकी हमले की घटनाएं हुईं. इन आतंकी घटनाओं में जहां 132 नागरिकों ने अपनी जान गवाई. वहीं, 338 सुरक्षा कर्मी भी शहीद हुए. इस अवधि में कुल 758 आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर किया. आरटीआई के मुताबिक इस 6 वर्ष की अवधि के दौरान 1694 घुसपैठ के भी प्रयास हुये हैं.
गृह मंत्रालय ने जो आरटीआई के जरिए सूचना दी है उसके अनुसार सर्वाधिक 342 आतंकी घटनाएं वर्ष 2017 में हुईं. जबकि वर्ष 2016 में 322 तथा वर्ष 2014 में 222 आतंकी घटनाएं हुईं. सर्वाधिक 40 नागरिकों की मृत्यु 2017 में हुई. जबकि 2014 में 28 तथा 2015 में 17 नागरिकों की मृत्यु हुई.
आरटीआई के मुताबिक़ 2016 में सर्वाधिक 82 सुरक्षा बल शहीद हुए. जबकि वर्ष 2017 में 80 तथा 2013 में 53 सुरक्षा बल शहीद हुए. इसके विपरीत सर्वाधिक 213 आतंकी भी वर्ष 2017 में मारे गए. जबकि 2016 में 150 तथा 2014 में 110 आतंकी मारे गए. सर्वाधिक 406 घुसपैठ के प्रयास वर्ष 2017 में हुए जबकि 2016 में 371 घुसपैठ के प्रयास हुए.
सूचना में गृह मंत्रालय ने यह भी कहा है कि देश के अन्दर होने वाली आतंकी घटनाओं का देश की सीमा पर होने वाले घुसपैठ से सीधा संबंध होता है.