उत्तर प्रदेश पुलिस की एकतरफ जहां धड़ाधड़ एनकाउंटर करने के लिए मानवाधिकार संगठनों द्वारा आलोचना हो रही है, वहीं यूपी के ही बांदा की पुलिस अपनी छवि सुधारने की पुरजोर कोशिश में लगी हुई है. अवसाद ग्रस्त किसान या आम नागरिक आत्महत्या न करें इसके लिए बांदा की एसपी शालिनी कुमार ने ‘लव यू लाइफ’ नामक एक कार्यक्रम शुरू किया है.
बांदा पुलिस के मुताबिक, इस कार्यक्रम में मनोरंजन, खान-पान, नुक्कड़ नाटक, मैराथन और योग के जरिए लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान देकर जिंदगी के महत्व का पाठ पढ़ाया जाएगा. बांदा पुलिस के इस पहल की चारों तरफ से सराहना भी हो रही है.
दैवीय आपदा और सूखे का दंश झेल रहे बुंदेलखंड के किसान ‘कर्ज’ और ‘मर्ज’ से त्रस्त होकर आए दिन आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे हैं. अब तक पुलिस सिर्फ शवों के पोस्टमॉर्टम के लिए पंचनामा भरती रही है. लेकिन बांदा SP सहित अन्य आईपीएस अधिकारियों की इस पहल ने पुलिस को की पहचान सामाजिक कार्यकर्ता जैसी बना दी है.
SP शालिनी इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ की तर्ज पर ‘महिलाओं और छात्राओं के मन की बात’ कार्यक्रम चला चुकी हैं. इस कार्यक्रम के बाद वह पीड़ित महिलाओं की ‘सहेली’ बनकर उभरी थीं. अब उन्होंने अवसाद ग्रस्त लोगों का अकेलापन दूर करने के लिए एक अनूठा कार्यक्रम शुरू करने की ठानी है, जिसका नाम है ‘लव यू लाइफ’.
SP शालिनी का कहना है, ‘आत्महत्या करने वाले ज्यादातर लोग अकेलापन महसूस करते हैं. जब उन्हें ऐसा महसूस होता है कि उनकी कोई नहीं सुनता, तभी वह आत्महत्या जैसा कदम उठाते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘अब बांदा पुलिस ऐसे लोगों के बीच ‘लव यू लाइफ’ कार्यक्रम के जरिए मनोरंजन, खान-पान, नुक्कड़ नाटक, मैराथन और योगा के माध्यम से यह संदेश लेकर जाएगी कि जिंदगी कितनी कीमती है? बांदा पुलिस इस तरह के अवसादग्रस्त लोगों को आत्महत्या करने से रोकने की कोशिश करेगी.’
पब्लिक एक्शन कमेटी (पीएसी) की प्रमुख श्वेता मिश्रा ने एसपी शालिनी के इस कदम की सराहना करते हुए कहा, ‘अब तक कोई भी पुलिस अधिकारी सिर्फ ‘क्राइम कंट्रोल’ की बात करता रहा है, लेकिन शालिनी पुलिस अधिकारी कम, सामाजिक कार्यकर्ता ज्यादा हैं. इसके लिए हमारा संगठन सार्वजनिक तौर पर उन्हें सम्मानित करने की योजना बना रहा है.’