कर्नाटक के चुनावी मैदान में एक तरफ कांग्रेस जहां बल्लारी के रेड्डी बंधुओं के सहारे बीजेपी को भ्रष्टाचार की हिमायती बताने में जुटी है, वहीं दूसरी तरफ जी. जनार्दन रेड्डी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है.
जनार्दन रेड्डी ने सुप्रीम कोर्ट से अपने भाई के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए बल्लारी जाने की इजाजत मांगी थी. रेड्डी की इस मांग पर आज सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें राहत नहीं दी और बल्लारी में दाखिल होने पर लागू प्रतिबंध को जारी रखा.
जनार्दन रेड्डी ने अपने भाई जी. सोमशेखर रेड्डी के लिए बल्लारी जाकर प्रचार ही नहीं, बल्कि अपना वोट देने की अनुमति भी मांगी थी. जस्टिस ए.के सीकरी और जस्टिस अशोक भूषण की बेंच ने उनकी कोई भी मांग नहीं मानी और याचिका खारिज कर दी.
जनार्दन रेड्डी ने अपने भाई के लिए 8-9 मई को बल्लारी जाकर प्रचार की इजाजत मांगी थी. इसके अलावा 12 मई को होने वाले मतदान के दिन वोट देने के लिए बल्लारी जाने की भी परमिशन मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी.
बता दें कि बीजेपी ने जनार्दन रेड्डी के भाई सोमशेखर रेड्डी को विधानसभा का टिकट दिया है. रेड्डी बंधुओं पर खनन के गंभीर आरोप हैं और जनार्दन रेड्डी जेल भी काट चुके हैं. अभी भी उन पर कई केस चल रहे हैं और उन्हें अपने बल्लारी जिले में एंट्री की इजाजत नहीं है.