प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर का हिस्सा गिरने से बड़ा हादसा हो गया. हादसे में करीब 15 लोगों की मौत हो गई. कई लोग घायल भी हुए हैं. ये हादसा उस वक्त हुआ जब निर्माणाधीन फ्लाईओवर का एक हिस्सा नीचे जाम में फंसी गाड़ियों पर गिर गया. बीते वक्त में भी पूल गिरने से या पुल पर कई हादसे हुए हैं. आइए नजर डालते हैं बीते 3 सालों में हुए कुछ हादसों पर… पिछले साल सितंबर में मुंबई में रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ के कारण 22 लोगों की मौत हो गई थी. हादसा परेल और एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन के बीच ओवर ब्रिज पर हुआ. 35 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. सरकार ने हादसे में मारे गए सभी लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की थी. मार्च 2016 में कोलकाता में निर्माणाधीन विवेकानंद ब्रिज गिरने से 25 से अधिक लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी और 80 लोग घायल हुए थे. राज्य सरकार ने इस हादसे के मृतकों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों के लिए 2-2 लाख के मुआवजे का ऐलान किया था. अक्टूबर 2017 में केरल के कोल्लम में पुल गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि करीब 50 लोग घायल हो गए थे. यह एक लोहे का पुल था और काफी पुराना था. अक्टूबर 2017 में ही पठानकोट और हिमाचल प्रदेश के चंबा कस्बे को जोड़ने वाला एक कंक्रीट ब्रिज टूट गया था. इस हादसे में करीब 6 लोग घायल हो गए थे. गनीमत थी कि उस वक्त ब्रिज पर ज्यादा भीड़ नहीं थी. हादसे के वक्त ब्रिज से एक ट्रक, कार और बाइक गुजर रहे थे तभी ब्रिज बीच से टूट गया था.