दिल्ली सटे नोएडा में एक व्यक्ति मिसाल पेश करते हुए बचपन में गैंगरेप की शिकार अपनी पत्नी को इंसाफ दिलाने की लड़ाई लड़ रहा है. पुलिस ने बताया कि पति ने एक ऑडियो भी पुलिस को सौंपा है, जिसमें सद्दाम नाम का एक आरोपी उसे धमका रहा है. पुलिस ने पति की शिकायत पर सद्दाम को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ता व्यक्ति ने अपनी पत्नी के साथ बचपन में 5 साल तक लगातार गैंगरेप किए जाने का आरोप लगाते हुए 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए एक टीम गठित कर दी है, जो अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता की शादी पिछले साल 26 जुलाई को हुई थी. लेकिन शादी के बाद पत्नी को मानसिक उलझन जैसी हालत में देख पति ने उसके दिल की बात जाननी चाही. लेकिन पत्नी ने उसे जो कुछ बताया, उससे पति के पैरों तले जमीन खिसक गई.
लेकिन पति समझदार निकला और उसने अपनी पत्नी को इंसाफ दिलाने की ठान ली. फिर उसने पत्नी के साथ बचपन में हुए गैंगरेप की शिकायत थाना 20 में दर्ज करवाया. इसके अलावा उसने अपनी पत्नी के साथ बचपन में हुए अनाचार की दास्तान राष्ट्रीय बाल आयोग और जन सुनवाई में भी सामने रखी.
जानकारी के मुताबिक, दरअसल यह पूरा मामला 2012 से शुरू होता है. उस समय पीड़िता अपने परिवार के साथ नोएडा थाना 20 क्षेत्र के हरौला गांव में किराए के मकान में रहती थी. शिकायत के मुताबिक, 2012 में पीड़िता की उम्र 12 साल थी.
तब उसी मकान में किराए पर रहने वाले गौतम नाम के एक आरोपी ने बहला फुसलाकर उसके साथ रेप किया. रेप करने के बाद गौतम ने पीड़िता को धमकी दी कि अगर उसने इसका किसी से खुलासा किया तो उसके परिवार को जान से मार देगा.
शिकायत के मुताबिक, इसके बाद गौतम जब भी पीड़िता को घर में अकेला देखता, उसे अपनी हवस का शिकार बनाता. धीरे-धीरे गौतम के दोनों भाई इंद्रजीत और जगदीश के अलावा उसके दोस्तों राजा, सद्दाम, अमलेश और गौरव भी नाबालिग के साथ रेप करने लगे.
उस समय पीड़िता के पिता रिक्शा चलाने का काम करते थे, जबकि मां किसी प्राइवेट कंपनी में छोटा-मोटा काम करती थीं. आखिरकार एक दिन पीड़िता ने अपने परिजनों को आपबीती बताई. परिजनों ने जब आरोपियों से इस संबंध में शिकायत की तो वे दबंगई पर उतर आए और मारने-पीटने की धमकी देने लगे.परिजन डर गए और उन्होंने चुपचाप अपनी बच्ची का ब्याह कर देना ही उचित समझा. लेकिन शादी के बाद पति ने अपनी पत्नी को सहमी और दुखी देखा तो पत्नी से इसकी वजह जानने की कोशिश की. लेकिन जब पति को पता चला कि उसकी पत्नी बचपन में 5 साल तक लगातार गैंगरेप का शिकार होती रही है, तो उसने पत्नी को इंसाफ दिलाने की ठान ली. पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया कि पति की शिकायत पर जब पीड़िता के परिजनों से संपर्क किया गया तो उन्होंने शिकायत करने से मना कर दिया. लेकिन पति अपनी पत्नी को इंसाफ दिलाने पर अड़ा रहा, जिसके बाद सातों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है.