नई दिल्ली – अखिल भारतीय तैलिक साहु महासभा की विशाल रैली का आयोजन तालकटोरा स्टेडियम नई दिल्ली में किया गया। इस रैली में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अतिथि देवेंद्र फडण्वीश, और झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास उपस्थित रहे। वहीं केंद्रीय सामाजिक अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले, केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने भी समाज के योगदान को सराहा। इस मौके पर अतिथियों का स्वागत रामलाल गुप्ता ने जोरदार तरीके से किया। अखिल भारतीय तैलिक साहु महासभा के अध्यक्ष जयदत्त क्षीरसागर ने मांग की कि जस्टिस ईशवरईया के सिफारिशों के आधार केंद्र में बिहार के आधार पर अति पिछड़ी जाति में शामिल किया जाए। जो दर्जा एससी एसटी कमीशन का वहीं ओ.बी.सी. का भी हो। ओ.बी.सी. का अलग से मंत्रालय हो। और इसके लिए अलग से बजट हो। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने समाज के लोगों को हरसभंव साथ देने का वादा किया। उन्होंने कहा कि तेली समाज को न्याया मिले, सही प्रतिनिधित्व मिले। आपका कांग्रेस पार्टी में हमेशा सम्मान होगा।
इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडण्वीश ने ओ.बी.सी. समाज में वर्गीकरण करने को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि अभी के प्रावधान से पिछड़ों में कुछ समाज को ज्यादा फायदा मिलता है, ऐसे गरीब पिछड़े को दिक्कत हो जाती है। प्रधानमंत्री ने इसे गंभीरता से लेकर ओ.बी.सी. आयोग को विशेष दर्जा दिया है। देवेंद्र फडण्वीश ने कहा कि तेली समाज की मांग पर वे खुद वकालत करेंगे। मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र में ओ.बी.सी. के लिए किए गए कार्यों का भी ब्यौरा दिया।
अखिल भारतीय तैलिक साहु महासभा को संबोधित करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि भारतीय इतिहास में तैलिक समाज का आर्थिक, वैश्विक दृष्टिकोण से गौरवपूर्ण रहा है। इस जाति में राष्ट्रवीर, राष्ट्रमाता, राष्ट्रपुरुष हुए जिन्होंने अपने विचार त्याग से देश को बचाने आजाद करने में भूमिका निभाया। आने वाले समय में भी हम उसी प्रकार का कार्य करें। उन्होंने कहा कि आज समाज को आगे बढ़ने के लिए शैक्षणिक योग्यता की खास जरूरत है हमें शिक्षित होने की जरूरत है।
अखिल भारतीय तैलिक साहु महासभा के विशाल रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि हमारा मंत्रालय लगातार ओ.बी.सी. के कल्याण के लिए कार्य कर रहा है। तेली समाज इतनी संख्या में आज यहां इकट्ठा हुआ है निश्चिततौर पर आपकी मांगों को अब सरकार गंभीरता पूर्वक विचार करेगी।
इस मौके पर केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने ओ.बी.सी. के कोटे को बढ़ाने की मांग को उचित बताया। उन्होंने कहा कि ओ.बी.सी के 27 फीसदी का आरक्षण की सीमा क्या उचित है। हमें इसे और आगे बढ़ाने की जरूरत है। आबादी के हिसाब से ओ.बी.सी को आरक्षण मिलना चाहिए। उन्होंने सामाजिक-आर्थिक जगगणना की रिपोर्ट को जल्द से जल्द प्रकाशित करने की मांग को भी सही ठहराया।
इसके मौके पर दुर्ग सांसद ताम्रध्वज साहु, दिल्ली सरकार के सामाजिक कल्याण मंत्री मंत्री राजेंद्र पाल गौतम, बिहार के राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल ने भी संबोधित किया। गौरतलब है कि अखिल भारतीय तैलिक साहु महासभा 106 वर्ष पुरानी संस्था है।