देश की बढ़ती आबादी चिंता का विषय है. संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक 2024 तक चीन और भारत की आबादी एक जितनी हो जाएगी. इसके बाद भारत आबादी के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ देगा.
केंद्र सरकार और राज्य सरकारें जहां जनसंख्या नियंत्रण के लिए तमाम कार्यक्रम चलाती हैं, वहीं गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा का इस बारे में कुछ और ही कहना है. उन्होंने लोगों के छोटा परिवार रखने पर चिंता जताई है. साथ ही उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण के नारे को भी बदल कर ‘हम दो, हमारे दो या तीन’ करने की वकालत की है.
बिहार के हाजीपुर में एक कार्यक्रम में मृदुला सिन्हा ने कहा, “परिवार बहुत छोटा होता जा रहा है. मेरी चिंता का विषय है, जहां जाती हूं ये सुनने को मिलता है कि ‘हम दो, हमारा एक’, ये नारा सुनाई पड़ता है. मैंने कहा ये नारा ‘हम दो, हमारे दो या तीन’ होना चाहिए, ये संकल्प लो.
गोवा की राज्यपाल का ये बयान हैरान करने वाला है. वो भी ऐसे वक्त में जब देश की बड़ी आबादी और सीमित संसाधनों की वजह से बड़ी संख्या में लोगों को दिक्कतों का सामना है. संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक 2024 तक भारत और चीन, दोनों देशों की आबादी एक जितनी यानी 1 अरब 44 करोड़ के आसपास हो जाएगी. इन दोनों देशों में ही दुनिया की कुल आबादी में से 37 फीसदी लोग रहते हैं. अगर मौजूदा जन्म दर और मृत्यु दर ही चलती रहीं तो भारत की आबादी 2030 तक डेढ़ अरब और 2050 तक एक अरब 66 करोड़ तक पहुंच जाएगी. वहीं 2030 के बाद चीन की आबादी घटना शुरू हो जाएगी.