दिल्ली, 12 जून 2018: दुनिया भर में पिछले चार दशकों में होम्योपैथी के क्षेत्र में अपनी अलग पहचाने बना चुके, डॉ. बत्रा’ज मल्टी-स्पेश्यलिटी होम्योपैथी क्लीनिक्स ने आज भविष्य में मरीजों के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए डॉ. बत्रा’ज जीनो होम्योपैथी की पेशकश की है। यह विशेष रूप से किसी जीन पर लक्षित क्रांतिकारी और महत्वपूर्ण होम्योपैथी थेरेपी है, जो पूरी तरह वैज्ञानिक, सटीक और सुरक्षित है। भारत में पहली बार इसे लोगों के लिए अनूठे ढंग से पेश किया गया है।
डॉ. बत्रा’ज जीनो होम्योपैथी नए जमाने का कस्टमाइज्ड इलाज है। यह जेनेटिक रूप से की जाने वाली व्यक्तिगत होम्योपैथिक केयर है, जिसमें जीनोम सीक्वेंसिंग के आधार पर मरीज का इलाज किया जाता है। वैज्ञानिक और लक्षित इलाज के लिए इसमें पर्सनैलिटी और जेनेटिक्स का संयोजन किया जाता है। यह एक व्यक्तिगत इलाज है क्योंकि इस धरती पर मौजूद 2 लोगों के जीन्स कभी एक जैसे नहीं होते हैं। हर व्यक्ति के जीन्स उसी तरह अलग होते है, जिस तरह उनके फिंगरप्रिंट या पुतली एकदम अलग-अलग होते हैं। इस समय सभी बीमारियों का पारंपरिक इलाज एक ही तरह से किया जाता है। पर डॉ. बत्रा’ज की जीनो होम्योपैथी में एकजैसी चिकित्सा स्थिति होने वाले दो लोगों को कभी समान दवाईयां नहीं दी जायेंगी। यह दवाइयां भी हर व्यक्ति की जीन्स की संरचना के आधार पर दी जायेंगी और यह हरके व्यक्ति की तरह ही अनोखी होंगी ताकि दवाईयां हर मरीज पर ज्यादा प्रभावी ढंग से काम कर सकें।
कई शोध अध्ययनों में पता चला है कि होम्योपैथी दवाइयों में किसी भी बीमारी का इलाज बिना किसी साइड इफ्केट के करने की क्षमता है। डॉ. बत्रा’ज की जीनो होम्योपैथी किसी भी रोग की जड़ तक जाकर; मरीज के जीन्स की मदद से बीमारी का इलाज विशेष होम्योपैथिक दवाइयों से प्रभावी ढंग से करती है। चूंकि, इससे बीमारी की जड़ या मूल कारण का इलाज होता है, इसलिए मरीज को न सिर्फ बीमारी के परेशान करने वाले लक्षणों से राहत मिलती है बल्कि वह लंबे समय तक सेहतमंद रहते हैं।
जीनोहोम्योपैथी के टेस्ट को डॉ. बत्रा’ज की चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम ने डिजाइन किया है। इसके लिए जीनोमिक्स और मेडिसिन के क्षेत्र में विशेषज्ञ सलाहकारों की मदद भी ली गई है। इन टेस्ट को डॉ. बत्रा’ज में 15 लाख मरीजों की विभिन्न बीमारियों जैसे एलर्जी, बच्चों की सेहत, बालों का झड़ना, प्रिवेंटिव हेल्थ (पुरूष/महिला/बच्चे), त्वचा संबंधी रोग, तनाव, वजन प्रबंधन, महिलाओं के स्वास्थ्य और सेक्स संबंधी समस्याओं के प्रभावी इलाज करने के व्यापक अनुभव के आधार पर डिजाइन किया गया है।
अब मरीज बिना किसी दर्द के इस साधारण और जेनेटिक टेस्ट से अपनी शरीर की सारी बीमारियों का पता लगा सकते हैं। ये टेस्ट बेहद लागत प्रभावी हैं और देश भर में डॉ. बत्रा’ज मल्टी-स्पेश्यलिटी होम्योपैथी क्लीनिक्स पर उपलब्ध है।
डॉ. बत्रा’ज जीनोहोम्योपैथी टेस्ट से मरीजों को यह जानने में भी मदद मिलती है कि क्या वह भविष्य में किसी बीमारी के शिकार हो सकते हैं। जिसका मतलब यह है कि इस टेस्ट से शरीर में किसी बीमारी के पनपने के छिपे जोखिम के बारे में जानने में मदद मिल सकती है। इससे किसी बीमारी के लक्षण उभरने या ब्लड टेस्ट से किसी बीमारी का पता लगने से पहले ही मरीजों को उनकी बीमारी का पता लग जाता है। इससे मरीजों को लाइफस्टाइल रोगों से बचाव करने और उनका इलाज कराने का अवसर मिलता है।
डॉ. बत्रा’ज मल्टी-स्पेश्यलिटी होम्योपैथी क्लीनिक्स मरीजों के जीनोमिक डेटा का बैंक भी बनाएगा, जिसे जीनो होम्योपैथी बैंक कहा जाता है। इस जीनोमिक डेटा का इस्तेमाल यह बताने में किया जायेगा कि मरीजों को किस इलाज से सबसे ज्यादा फायदा होगा और वह भविष्य में किसी बीमारी का शिकार होने पर किस तरह के इलाज से जल्दी स्वस्थ और सेहतमंद हो सकेंगे। इससे किसी खास बीमारी से पीड़ित दूसरे मरीजों का भी बेहतर ढंग से इलाज करने में डॉक्टरों को मदद मिल सकेगी। इससे उन्हें यह विश्लेषण करने में भी मदद मिलेगी कि होम्योपैथी की कौन सी दवाइयां किसी खास जीन्स के मरीज के लिए उपयोगी हो सकती हैं या मरीज में कोई खास बीमारी होने से उसे कौन सी दूसरी बीमारियों के होने का खतरा हो सकता है (उदाहरण के लिए अगर किसी मरीज को सोराइसिस जैसा त्वचा रोग है तो उसके डायबिटीज के संपर्क में आने की काफी आशंका रहती है)। इससे हर मरीज को अपनी बीमारी को बेहतर और तेजी से उपचार कराने का मौका मिलेगा।
डॉ. बत्रा’ज हेल्थकेयर के संस्थापक एवं चेयरमैन एमेरिटस डाॅ मुकेश बत्रा बत्रा’ज जीनोहोम्योपैथी के बारे में कहा, “जीनो होम्योपैथी से हम उपचार के भविष्य में क्रांति लेकर आ रहे हैं। डाॅ. बत्रा’ज में हमारा हमेशा से मानना रहा है कि टेक्नोलाॅजी और रिसर्च को नई-नई थेरेपी विकसित करने में हमेशा सबसे आगे रखना चाहिये। जीनो होम्योपैथी की पेशकश के साथ, हमने अपने मरीजों को तकनीकी रूप से बेहतरीन उपचार देने का प्रयास किया है जो न सिर्फ व्यक्तिगत और केंद्रित हैं बल्कि यह लागत-प्रभावी भी हैं।‘‘