बजरंग विहार फेज-2 हुआ जलमग्न आशियाने ढहने की आशंका से कांप ऊठती है रूह

(विवेक मित्तल) बीकानेर 22 जुलाई, 2018। बीकानेर शहर में हो रही लगातार बरसात बीकानेर वासियों पर कहर बन कर टूट रही है। पूरे बीकानेर शहर में अनेकों स्थानों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है। सड़कों में कटाव हो रहा है, विभिन्न पुलियाँ क्षतिग्रस्त हो गयी है। बारिश ने अटका दी हैं बीकानेर वासियों की सांसें, जन-जीवन हुआ अस्त-व्यस्त। भय के वातावरण में जी रहे हैं जल भराव में निवास करने वाले वाशिन्दे। कुछ ऐसा ही भय के साथ जी रहे हैं राधास्वामी सत्संग भवन के पीछे बनी बजरंग विहार फेज-2 के निवासी। विगत दिनों में आयी बरसात से तो परेशानी हो ही रही थी मगर रही-सही कमर तोड़ दी सीवरेज पानी के बने बांध के टूटने से। इस बान्धे के टूटने से बजरंग विहार फेज-2 में बने अनेक मकान 3-4 फीट पानी में डूब गये हैं, बाढ़ के हालात बने हुए हैं। कॉलोनीवासी अपने-अपने घरों से बाहर अन्य स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। कॉलोनीवासी सोहनलाल नायक का कहना है कि अरमानों से बसाये गये आशियाने धराशाही होने को हैं। गन्दे पानी का बन्धा टूटने के कारण मकानों के गिरने की स्थिति बनी हुई है। घर के अन्दर आने-जाने में भारी परेशानी हो रही है। श्रीमती प्रियंका ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि इन समस्या के समाधान का शीघ्रातीशीघ्र निवारण का प्रयास करना चाहिए। गन्दे पानी में आने-जाने के कारण पावों में छाले पड़ रहे हैं, बच्चों को संक्रमण हो रहा है। सांप, बिच्छू और अन्य जहरील जीवों से खतरा बना हुआ है। कॉलोनी वासियों का कहना है कि 5 दिन पहले जब गन्दे पानी का बन्धा टूटा था तो उसको ठीक करवाने में लपरवाही क्यों बरती जा रही है। आज की बारिश से और ज्यादा पानी कॉलोनी में आ गया है, हमारी परेशानी और ज्यादा बढ़ गयी है। जिसके कारण हम सभी का जीवन यापन अत्यधिक दुर्गम हो गया है। श्रीमती सीता का कहना है कि अब तो होसला भी टूटता जा रही है, जीवनभर की पूंजी लगा कर बनाया गया सपनों का घर ढहता नजर आ रहा है। नेताओं और प्रशासन से मिलने वाली उम्मीद की किरण धूमिल होती जान पड़ रही है। अब तो भगवान ही मालिक है। कॉलोनीवासी रामदेव प्रसाद, नीतिन कुमार रोजन्द्र सिंह, रेखा, सन्तोष, सीमा रावत, कलावती, शुभव, डा. रामचन्द्र मीणा, ज्ञानचन्द नायक, आकांक्षा, हनुमानमल, पार्वती नायक व अन्य सभी बजरंग विहार फेज-2 के निवासियों की प्रशासन से मांग है कि इस गन्दे पानी के बन्धे की समस्या का स्थायी हल किया जायेे ताकि भविष्य में ऐसी परेशानियों का सामना ना करना पड़े। स्थानीय नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों को इस कॉलोनी की समस्या के समाधान हेतु शीघ्र ठोस कदम उठाये जाने की आवश्यकता है ताकि नरकीय स्थिति से छूटकारा मिल सके।