राष्ट्रगान की धुन पर रोंगटे खड़े हो जाते हैं, निकल आते है आँसु – कुश्ती कोच साहिल शर्मा

कुश्ती कोच साहिल शर्मा ने एक निजी चैनल में इंटरव्यू  के दौरान कहा कि जब विदेश में किसी खिलाड़ी के जीतने पर राष्ट्रगान की धुन बजती है तो वह क्षण बेहद रोमांच भरा होता है । जब विनेश ने विक्ट्री स्टैंड पर खड़े होकर स्वर्ण पदक  गले में लिया और राष्ट्रगान की धुन बजने लगी तो उस समय मेरे रोंगटे खड़े हो गए और पदक जितने के पीछे की गई वर्षो की मेहनत याद कर मेरी आखो में आशु आने लगे थे | मेरे द्वारा तेयार खिलाडियों ने देश को कई बड़े पदक दिए है और अब इतनी बड़ी उपलब्धि के बाद भी में बेरोगार हूँ मुझे आज भी कुश्ती कोच के रूप में जॉब की तलाश है | और मुझे विश्वास है की भारत सरकार और जम्मू कश्मीर की सरकार अब पदक जितने के बाद जरुर मेरा सहयोग करेगी |