नई दिल्ली – एचएनआई को संयुक्त राज्य अमेरिका में जाकर बसने में मदद करने के लिए लखनऊ की होबोकेन प्राइवेट लिमिटेड ने यूएस आधारित नेशनल रिएल्टी इन्वेस्टमेन्ट अडवाइज़र्स *एनआरआईए* के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत भारतीयों के लिए ईबी 5 इमीग्रेशन प्रोसेस सेवाओं का लाॅन्च किया जाएगा। ईबी 5 इमीग्रेन्ट इन्वेस्टर वीज़ा प्रोग्राम संयुक्त राज्य अमेरिका में पांच रोज़गार आधारित ;म्ठद्ध वरीयता कार्यक्रमों में से एक है, अमेरिका में उच्च बेरोज़गारी के क्षेत्रों या ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास तथा विदेशी निवेश को बढ़ावा इसका उद्देश्य है।
इस साझेदारी के माध्यम से उन भारतीयों को 500000 अमरीकी डॉलर के निवेश पर ग्रीन कार्ड मिल सकेगा जो अमेरिका जाकर रहना चाहते हैं। हालांकि इस प्रक्रिया में 5 साल तक लग सकते हैं, इस विकल्प को चुनने वाले भारतीयों को एनआरआईए ईबी5 के साथ निवेश के बाद 2 फीसदी सालाना रिटर्न मिलेगा। निवेशक को अशर्त ग्रीन कार्ड मिलने पर 2 फीसदी सालाना रिटर्न के साथ उन्हें पैसा वापिस कर दिया जाएगा। पूरी प्रक्रिया में $50ए000 का प्रसंस्करण शुल्क शामिल होगा।
एनआरआईए एक समेकित निवेश प्रबंधन फर्म है, जिसका प्रमाणित ट्रैक रिकार्ड है। इसे व्यापक अनुभव एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जाना जाता है। हमें खुशी है कि यह साझेदारी भारतीयों को अच्छा रिटर्न देगी। ग्लेन ला मटीना, सीनियर वाईस प्रेज़ीडेन्ट, छत्प्। म्ठ5 ने कहा। ‘‘हर बीतते साल के साथ अमेरिका जाकर बसने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ रही है। ग्रीन कार्ड पाने के दौरान उन्हें कई प्रक्रियाओं से होकर गुज़रना पड़ता है, हम चाहते हैं कि उनका निवेश बेकार न जाए। इसकेे लिए हम लंबे समय से कोशिश कर रहे थे। हमें उम्मीद है कि होबोकेन और भारत के साथ हमारे ये रिश्ते बेहद फलदायी साबित होंगे।’’ मटीना ने कहा
‘‘यह साझेदारी बहुत से लोगों के जीवन में बदलाव ला सकती है। इसके माध्यम से हम भारतीयों के लिए पहली बार निवेश का अवसर लेकर आए हैं। चीन, दक्षिणी कोरिया, ताईवान और संयुक्त राष्ट्र से बड़ी संख्या में निवेशक इमीग्रेशन की इस प्रक्रिया का इस्तेमाल करते हैं।’’ निशांत सिवल, डायरेक्टर, होबोकेन प्राइवेट लिमिटेड एवं सीईओ, एनआरआईए, इण्डिया डिविज़न ने कहा।
‘‘हम भारत में सबसे प्रतिस्पर्धी और लागत प्रभावी ईबी 5 प्रोग्राम पेश कर रहे हैं। यूएसए में एनआरआईए का प्रमाणित ट्रैक रिकाॅर्ड है। अब भारतीय लोग यूएसए का ग्रीन कार्ड पाने के लिए निवेश कर सकेंगे और उनका पैसा बिल्कुल सुरक्षित रहेगा।