Shweta Saxena
नई दिल्ली , 9 जुलाई 2019 : कोरियन कल्चरल सेंटर और यूनेसको (आई सी एम्) के सहयोग से मार्शल आर्ट्स ओपन स्कूल का आयोजन हुआ जिसमें 53 प्रतिभागी ताइकेयोन (मार्शल आर्ट्स का एक प्रकार) सीख रहे है | यह ओपन स्कूल कोरियन कल्चरल सेंटर में 16 अगस्त तक सप्ताह में 5 दिन शाम 5.30 बजे से शाम 7.30 बजे तक चलेगा।
ताइकेयोन सीखने के कई लाभ है, सेहत को बनाये रखने में तो यह अहम् भूमिका निभाता ही है हर उम्र के व्यक्ति इसे सीख सकते है। महिलाये ताइकेयोन को बहुत आसानी से सीख सकती है, इसकी तकनीक बहुत ही सरल है और साथ ही आत्म निर्भर बनाने की छमता रखता है।
कोरियन कल्चरल सेंटर इंडिया के निदेशक किम कुम-प्योंग ने कहा, “ताइकेयोन मार्शल आर्ट का एक प्रकार है जो की इंसान के जीवन में आत्मरक्षा, आत्मविश्वास और अनुशासन लाता है और एक व्यक्ति को अपना जीवन सफल बनाने में मदद करता है, भारतीय युवा बहुत ही फुर्तीले और जोशीले हैं; मुझे उम्मीद है कि मार्शल आर्ट का यह रूप उनके जीवन को एक नयी दिशा देगा। “
ताइकेयोन के शिक्षक मास्टर यांग जैसिक ने कहा – भारतीय छात्र बहुत ही अच्छे, शांत, अनुशासित और साफ़ दिल के है, मेरे द्वारा बताई गयी सारी बातों को ध्यान से सुनते और समझते है। मुझे छात्रों को प्रशिक्षित करने में बहुत अच्छा लगता है और वो मेरा सम्मान भी करते है। मार्शल आर्ट के विषय पर बताते है की यह रूप मार्शल आर्ट के अन्य रूपों से अलग है इस में हांथों का इस्तेमाल धीरे और कोमलता से होता है लेकिन साथ ही यह शक्तिशाली और प्रभावशाली भी होता है|
प्रतिभागी मंशा का मानना है की मार्शल आर्ट्स लड़कियों के लिए सीखना बहुत लाभकारी है, लड़कियों को समाज में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ लड़ने में मदद मिलेगी और वह निडर एवं आत्म निर्भर बनेंगी। मंशा को मार्शल आर्ट्स सीखने के कुछ दिनों में ही अपने शरीर में सकारात्मक बदलाव का अनुभव हुआ। कुलदीप और सचिन मित्रों का मानना है की मार्शल आर्ट्स सीखना मनुष्य की आत्म रक्षा और शरीर को उत्तेजित करने में मददगार है।