Shweta Saxena
नई दिल्ली : कोरियन कल्चरल सेंटर ने ‘ग्लोबल क्लासिक ड्रीम प्रॉजेक्ट 2019’ के समापन समारोह का आयोजन किया| इस प्रॉजेक्ट में संगीत सीखने वाले मेधावी छात्रों को चयनित कर 10 दिन की ट्रेनिग दी गई। छात्रों द्वारा समापन के दिन बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला। गायन एवं पियानों की धुन ने उपस्थित दर्शकों को खूब लुभाया। संगीत के द्वारा भारत और दक्षिण कोरिया के रिश्ते को मजबूत बनाने की यह पहल 2013 में ‘ड्रीम प्रॉजेक्ट’ के नाम से शुरू की गई थी।
कॉलेज ऑफ़ म्यूजिक सीओल नेशनल यूनिवर्सिटी के शिक्षक ह्वांग जुन्यौंग, सो येऊन, कंग सुंग ह्यून, किम बोरा, नाम आईएम हयेजेओंग, शिन सुंगचूल , यांग सुपिन , चो सुबिन ,और ली युञ्जी चयनित छात्रों को ट्रेनिंग दी । पियानो में जॉय चटर्जी और रवीना, गायन में मानसी प्रिदर्शिनी और सृष्टि बिष्ट एवं बांसुरी परफॉरमेंस में रजत प्रसन्ना ने अपना हुनर दिखाया।
निदेशक किम कुम प्योंग ने कहा की “ग्लोबल क्लासिक ड्रीम प्रोजेक्ट भारतीय युवा को संगीत के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए शुरू किया गया था। संगीत एक ऐसा माध्यम है जिससे हर कोई अपनी भावनाओं और कहानियों को दूसरों को बता सकता है। मुझे उम्मीद है कि सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी के शिक्षकों और भारतीय युवा छात्रों के लिए संगीत के साथ-साथ एक-दूसरे के देश के लिए स्नेह को खोजने का एक मौका है।
छात्रा योगिता बिष्ट ने कहा की उनका यह 10 दिनों का अनुभव बहुत ही ज़्यादा अच्छा रहा , वह बहुत खुश है की उन्हें “ड्रीम प्रोजेक्ट 2019 ” में हिस्सा लेने का मौका मिला, और कोरिया के संस्कृति के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला और कहा की शिक्षकों के साथ भी उनका यादगार अनुभव रहा।
शिक्षक संगकण किम ने कहा की कोरियन कल्चरल सेंटर ने भारत में छात्रों के लिए एक अवसर बनाया है जो संगीत में रुचि रखते हैं, भारत में संगीत के विकास के लिए, मुझे ग्लोबल क्लासिक ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल होने का मौका मिला है, जो 2013 से चल रहा है। साथ ही प्रतिभाशाली युवा भारतीय संगीतकारों से मिलकर खुशी हुई। मुझे उम्मीद है कि यह पहल हमारे दोनों देशों के लिए एक-दूसरे के करीब आने के अवसर के रूप में काम करेगा।