भारतीय रेलवे के आदेशानुसार, रेलवे के मिनीरत्न सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम रेलटेल ने पंजाब के ऐतिहासिक डेरा बाबा नानक रेलवे स्टेशन पर रेलवायर वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करायी है। इससे तीर्थयात्री को एक त्वरित वाई-फाई सेवा का उपयोग कर सकेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने “करतारपुर कॉरिडोर” परियोजना का 09 नवंबर 2019 को उद्घाटन किया है। इसके अधिक से अधिक लोगों को आवागमन में स्टेशन का उपयोग करने में मदद मिलेगी। इस स्टेशन पर मुफ्त वाई-फाई सुविधा यात्रियों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस मुफ्त रेलवायर वाई-फाई का कोई भी यात्री रेलवे स्टेशन परिसर के अंदर उपयोग कर सकता है बशर्ते कि केवाईसी की जानकारी के लिए उसके स्मार्टफोन में कार्यरत कनेक्शन हो। सुल्तानपुर लोधी स्टेशन पर भी वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करायी गई है। इस स्टेशन पर डेरा बाबा नानक के दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ है।
डिजिटल समावेश के लिए रेलवे स्टेशन को प्लेटफॉर्म में बदलने के मिशन के रूप में रेलटेल ने देश के 5300 से अधिक रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करायी है। जल्दी ही सभी व्यवहार्य रेलवे स्टेशनों (हाल्ट को छोड़कर) में मुफ्त वाई-फाई सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। यात्रियों को वाई-फाई की सुविधा रेलटेल की खुदरा ब्रॉडबैंड पहल रेलवायर के तहत उपलब्ध करायी जा रही है। वाई-फाई का उपयोग करने के लिए उपयोगकर्ता को स्मार्टफोन के वाई-फाई मोड पर स्विच ऑन करके रेलवायर वाई-फाई नेटवर्क का चयन करना होगा। उपयोगकर्ता को इस होमपेज पर अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। उपयोगकर्ता को संदेश बॉक्स में एसएमएस के रूप में वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) मिलेगा जो रेलवायर के होम पेज में दर्ज किया जाना है। ओटीपी दर्ज करने के बाद उपयोगकर्ता हाई स्पीड इंटरनेट का उपयोग तथा इंटरनेट ब्राउज़िंग शुरूआत कर सकता है।
रेलटेल को गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक स्टेशन पर एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) में 8 एमबीपीएस बीडब्ल्यू उपलब्ध कराने का दायित्व एनआईसी को सौंपा गया है। भारत सरकार की प्रतिष्ठित “करतारपुर कॉरिडोर” परियोजना के तहत ऐसा किया गया है। इस कनेक्टिविटी से इमीग्रेशन चेक पोस्ट (आईसीपी) और विदेशियों के पंजीकरण कार्यालयों (एफआरओ) पर यात्री की पहचान के सत्यापन में आईसीपी समर्थ होगी।
इस लीज्ड लाइन कनेक्टिविटी कार्य को 15 दिन के रिकार्ड समय के भीतर पूरा किया गया है। इसमें अमृतसर से डेरा बाबा नानक के बीच 45 किलोमीटर लम्बी बैकबोन/ एकीकरण में रेडियो कनेक्टिविटी तथा डेरा बाबा नानक स्टेशन से 5 किलोमीटर की अंतिम छोर तक भूमिगत ओएफसी कनेक्टिविटी शामिल है। रेलटेल के लिए यह बहुत ही चुनौतीपूर्ण परियोजना थी क्योंकि इसे पूरा करने के लिए बहुत कम समय दिया गया था। इसके अलावा खराब मौसम के कारण कई दिनों तक काम में बाधा भी आई। रेलटेल को 49 किलोमीटर की दूरी तक डेरा बाबा नानक स्टेशन में निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए 30-मीटर ऊंचे दो टावरों को भी खड़ा करना पड़ा। इसके लिए पंजाब की अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास तेजी से सबसे दूरदराज के बिंदु पर कनेक्टिविटी के लिए रिपीटर उपलब्ध कराया जाना था।