भारत के राष्ट्रपति और भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर, श्री राम नाथ कोविंद 20 नवंबर, 2019 को भारतीय नौसेना अकादमी को प्रेजीडेंट्स कलर ध्वज प्रदान करेंगे। प्रेजीडेंट्स कलर किसी सैन्य इकाई को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
भारत के गणतंत्र बनने से पहले, यह सैन्य रिवाज था कि विशेष समारोहों के अवसर पर किंग्स कलर – एक रेजिमेंटल ध्वज के साथ परेड की जाती थी। 27 फरवरी 1951 को, भारतीय नौसेना के कमांडर इन चीफ, वाइस एडमिरल सर एडवर्ड पैरी ने रक्षा मंत्री को लिखा था कि “यह एक सौभाग्य की बात होगी और सेवा को अत्यंत गर्व होगा, अगर राष्ट्रपति भारतीय नौसेना को एक विशेष ध्वज से सम्मानित करें। जिसके साथ मुख्य अवसरों पर औपचारिक परेड में ध्वज के साथ परेड की जा सके। इसके बाद, तीनों सेवाओं में भारतीय नौसेना ऐसी पहली सेना बनी जिसे राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा 27 मई 1951 को प्रेजीडेंट्स कलर प्रदान किया गया था। भारतीय नौसेना में प्रेजीडेंट्स कलर अब तक भारतीय नौसेना की दक्षिणी नौसेना कमान, पूर्वी नौसेना कमान, पश्चिमी नौसेना कमान, पश्चिमी बेड़ा, पूर्वी बेड़ा और पनडुब्बी शाखा को दिया जा चुका है।
भारतीय नौसेना को दिया जाने वाला प्रेजीडेंट्स कलर सम्मान इस संस्थान द्वारा तीन अलग-अलग स्थानों – कोच्चि, गोवा और एझीमाला में पिछले पचास वर्षों के दौरान भारतीय नौसेना के अधिकारियों को प्रशिक्षण देने में की गई विशिष्ट सेवा को मान्यता देना है। नौसेना अकादमी को पहली बार 1969 में कोच्चि में अस्थायी रूप से स्थापित किया गया था। प्रशिक्षुओं की संख्या में लगातार वृद्धि होने के कारण, नौसेना अकादमी को 1986 में मंडोवी गोवा में स्थानांतरित कर दिया गया था। भारतीय नौसेना अकादमी को अब स्थायी रूप से एजिमाला, केरल में स्थापित किया गया है। इस अकादमी का 08 जनवरी 2009 को उद्घाटन किया गया था।
20 नवंबर 2019 को आयोजित होने वाल समारोह में आईएनए के कैडेटों की परेड आयोजित की जाएगी। इस अवसर पर केरल के राज्यपाल, नौसेना प्रमुख, सांसद, राज्य के मंत्री और भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर एक विशेष डाक कवर भी जारी किया जाएगा।