सुशांत सिंह राजपूत….!! आज पुरे देश में इनकी आत्महत्या की केस करीब ढाई महीने से सुर्ख़ियों में है कि कैसे मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार ने इस केस में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। बिलकुल , इसकी जांच होनी भी चाहिए ताकि देश को सच्चाई का पता चले। इससे कई गुनहगारों को भी सबक मिलेगी । लेकिन ये हम सब जानते हैं कि सुशांत सिंह राजपूत खुद एक अच्छे अभिनेता भी थे और उनके परिवार में भी सब अच्छे पदों पर कार्यरत हैं,साथ ही देश कि मिडिया ने भी इस केस को सीबीआई से कराने के लिए काफी सहयोग दिया। तब कही जाकर ये केस सर्वोच्च न्यायालय के जरिये अब सीबीआई के हाथ में गया है।
लेकिन ये जरूरी नहीं कि देश में यदि आम आदमी आत्महत्या करता है तो उस समय भी ऐसी ही परिस्तिथि बने। इसलिए देश के सभी नागरिक और मीडिया भी ऐसा एक कानून बनाने पर जोर दे। इसलिए मेरी प्रधानमंत्री जी से प्रार्थना है कि,संसद में एक ऐसा कानून भी बनाया जाये कि “आत्महत्या करनेवाले व्यक्ति के परिवार से जब तक NOC नहीं मिल जाती तब तक पुलिस उस केस को आत्महत्या बताकर केस को बंद नहीं कर सकती।” यदि मृतक के परिवार को आत्महत्या करनेवाले व्यक्ति के आत्महत्या पर कोई शक होता है कि ये आत्महत्या नहीं हत्या भी हो सकती है। तब ये केस कि जांच केंद्र के द्वारा बनाई गयी एक विशेष जांच समिति के माध्यम से ही होनी चाहिए। आखिर आत्महत्या करनेवाले व्यक्ति के परिवार, मित्र और रिश्तेदारों को भी सच्चाई जानने का हक़ है।
संतोष पाठक