पौडी/ गोपेश्वर/ गढ़वाल में बीएसएनएल की बदहाल इंटरनेट सेवा का मुद्दा लोकसभा में गूंजा। गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने चमोली व पौड़ी जिले के कई स्थानों में इंटरनेट की कमी के कारण प्रभावित हो रहे कार्यों का उदाहरण देते हुए बीएसएनएल की इंटरनेट सेवा की बदहाली का मुद्दा उठाया। उन्होंने केंद्रीय दूरसंचार मंत्री से क्षेत्र में इंटरनेट सेवा दुरुस्त किए जाने की मांग की है।
सोमवार को गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने लोकसभा में बीएसएनएल की इंटरनेट सेवा के खराब होने का मुद्दा उठाया। संसद में गढ़वाल सांसद रावत ने कहा कि गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में बीएसएनएल की इंटरनेट सेवा असंतोषजनक व खराव है। रावत ने कहा कि जनपद पौड़ी के रिखणीखाल, धमाकोट, जयहरीखाल, पोखड़ा, बीरोंखाल, थलीसैण, खिर्रा सहित पूरे क्षेत्र में दूरसंचार व्यवस्था खस्ताहाल है। ऐसे में छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है। गोपेश्वर। गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने चमोली समेत पौड़ी जिले की दूरसंचार व्यवस्था की बदहाली का मामला लोकसभा में उठाया।
इस दौरान उन्होंने दूरसंचार विहीन क्षेत्रों को संचार नेटवर्क से जोड़ने तथा खराब संचार व्यवस्था को दुरुस्त करने पर जोर दिया। लोकसभा में सवाल उठाते हुए सांसद रावत ने कहा कि गढ़वाल संसदीय क्षेत्र में बीएसएनएल की इंटरनेट सेवा बुरी तरह लड़खड़ा गई है। इस कारण दूरदराज के गांवों से डाकघर आने वालों को संचार नेटवर्क न चलने का बहाना बना कर उल्टे पैर भगा दिया जा रहा है। सांसद ने सवाल उठाते हुए कहा कि चमोली जिले के देवाल, थराली तथा नारायणबगड़ के डाकघरों में नेटवर्क न होने के कारण काम बंद पड़ा है। इसी तरह पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल, धूमाकोट, जयहरीखाल, बीरोंखाल, पोखड़ा, एकेश्वर, थलीसैंण, खिर्स समेत पूरे क्षेत्र में दूरसंचार व्यवस्था बदहाल है। थराली विधानसभा क्षेत्र के कफोली, रूईसाण, घेस, कनोल, सुतोल, गेरी, कांडई, भेरणी आदि स्थानों पर दूरसंचार की व्यवस्था ही नहीं है। रैस, धारकुंवरपाटा, देवाल, रतगांव, सोलडुग्री, पलटिंगधार आदि स्थानों पर जीओ के टावर तो बने हैं कितु नेटवर्क सुचारु न होने से लोगों की मुश्किलें दूर नहीं हो रही हैं। कर्णप्रयाग विधान सभा क्षेत्र में चमोला, पंखोली, सेमधारकोट, सिलपाटा, मज्याड़ी, पिंडवाली, पुनगांव, बिसौणा आदि स्थानों पर भी अभी तक दूरसंचार की कोई व्यवस्था ही नहीं है।
बदरीनाथ विधान सभा क्षेत्र के नीती घाटी के 12 गांवों के साथ ही पल्ला, किमाणा, सलूड, पटेला, गौणा, पाणा, ईराणी में दूरसंचार की कोई व्यवस्था न होने से मौजूदा संचार क्रांति के दौर में लोग पिछड़े हैं। उन्होंने इन क्षेत्रों में दूरसंचार व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर जोर देते हुए कनेक्टिविटी से पिछड़े इलाकों में दूरसंचार व्यवस्था शुरू करने की मांग की है। कहा कि इससे ही मौजूदा संचार क्रांति के दौर में लोगों को बेहतर संचार सुविधाओं का लाभ मिलेगा।