वायुसेना दिवस की तैयारियों को लेकर साहिबाबाद हिंडन वायुसेना स्टेशन में मंगलवार को फुल ड्रेस रिहर्सल की गई । कोविद 1`9 के कारण इस बार आज जनता को रिहर्सल देखने का मौका नहीं मिला पर आसमान में लड़ाकू विमान राफेल, चिनूक, तेजस और सारंग से भारतीय जांबाजों ने बिना दर्शकों के ही करतब दिखाए। आठ बजे से ही आसमान में भारतीय विमानों की गड़गड़ाहट ने आसपास के इलाकों में रोमांच पैदा कर दिया। लोग हिंडन वायुसेना स्टेशन तो नहीं जा सके पर अपने-अपने छतों से इस अद्भुत नजारे का लुत्फ लिया ।
आठ अक्तूबर 1932 को वायुसेना की स्थापना के तहत हिंडन वायुसेना स्टेशन में वायुसेना दिवस हर साल हरसो उल्लास के साथ मनाया जाता है। मंगलवार को वायुसेना के जवानों ने फुल ड्रेस रिहर्सल में कई ऐसे करतब दिखाए, जिसकी गरज आसमान में देखी गई और देशवासियों ने इसका रोमांच अपने दिलों में महसूस किया।
पिछली साल रिहर्सल में अपाचे और चिनूक मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे थे। तो इस बार राफेल पर सभी की नजर थी। हिंडन एयरबेस के पास जिन लोगों के घर हैं उन्होंने तो राफेल का दीदार बहुत ही पास से किया और परिजनों से सोशल मीडिया के जरिए इस खुशी का इजहार किया। इस मौके पर जमीन पर जवानों की कदमताल हुई जबकि आकाश में सारंग, सूर्य किरण और पैराजंपर्स के करतब भी हुए। 150 फीट से ज्यादा ऊंचाई से पैराशूट लेकर जवानों ने उड़ान भरी तो वहीं, सारंग व चिनूक के साथ स्वदेशी हल्के विमान तेजस की भी धमक नीले गगन में देखी गई।
हिंडन एयरफोर्स स्टेशन में हर वर्ष हजारों दर्शकों के बीच फुल ड्रेस रिहर्सल देखने की व्यवस्था होती थी। मगर इस बार कोरोना महामारी की वजह से सभी प्रवेश से दूर रहे। इस बार वायुसेना दिवस पर तीनों सेनाओं के प्रमुख और पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर समेत कई देशों के प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। इन सभी के बीच सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क व सैनिटाइजेशन की भी व्यवस्था की गई है।
दुनिया के सबसे उन्नत और लड़ाकू विमानों में शुमार राफेल का करतब भी इस वर्ष पहली बार वायुसेना के इस अभ्यास में शामिल हुआ। यह वायुसेना दिवस के एयरशो का हिस्सा बना। एयरशो में सूर्यकिरण और सारंग के अलावा, मिग-29, मिराज 2000, सुखोई, तेजस, सारंग, चिनूक रहे।