केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कच्छ की टेंट सिटी में आयोजित ‘सीमांत क्षेत्र विकासोत्सव 2020 कार्यक्रम’ में गुजरात के सीमावर्ती जिलों कच्छ, बनासकांठा और पाटन के करीब डेढ़ सौ सरपंचों को संबोधित करते हुए कहा, कच्छ में जब मैं भूकंप के बाद 2001 में भुज आया था, तब यह जर्जर था। निवास के सभी स्थानों को समतल कर दिया गया था। अब मॉल और इमारतें इतनी संख्या में खड़ी कर दी गई हैं। इस ‘विकासोत्सव’ का उद्देश्य हमारे सीमावर्ती गांवों के निवासियों को सुविधाएं प्रदान करना है जो अन्य आंतरिक गांवों में उपलब्ध हैं। हमारे रक्षा बलों के साथ सुरक्षा बनाए रखने में सीमा के नागरिक प्रमुख हितधारक हैं।
दीपावली के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह वीरवार सुबह अपने गृह राज्य गुजरात पहुंचे। शाह ने कच्छ के घोरडो मैं सीमा सुरक्षा बल की ओर से आयोजित एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। गृहमंत्री शाह एवं गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी आज कच्छ रण उत्सव का भी उद्घाटन करेंगे। दीपावली के अवकाश में गुजरात के कच्छ में 3 से 4 महीने का रण उत्सव मनाया जाता है। कच्छ के सफेद रण को देखने के लिए देश विदेश के सैलानी पहुंचते हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री शाह अपने इस दौरे में गुजरात के सीमावर्ती जिलों कच्छ बनासकांठा वह पाटन के करीब 158 सरपंचों के साथ संवाद करेंगे। शाह गांव में शिक्षा स्वास्थ्य सड़क आदि सुविधाओं तथा गांव में उपलब्ध रोजगार संसाधनों पर चर्चा करेंगे। गृहमंत्री के इस संवाद कार्यक्रम में अकेले कक्षा के करीब 103 सरपंच शामिल होंगे। इसके अलावा बनासकांठा व पाटन के सरपंच भी यहां मौजूद रहेंगे। दोपहर में गृहमंत्री शाह कच्छ के सीमा पर स्थित आशापुरा माता के मठ पर दर्शन करने जाएंगे। यहां माताजी की आरती व दर्शन के बाद शाह रण उत्सव के विविध समारोह में शिरकत करेंगे। शाह व रुपाणी आज से कच्छ रण उत्सव का विधिवत उद्घाटन करेंगे। अमित शाह यहां बनी टेंट सिटी में ही रात्रि निवास करेंगे।