देशभर में कोरोना वैक्सीन का इंतजार किया जा रहा है, सरकार भी अपने स्तर पर पूरी तैयारियां कर चुकी है, आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कोरोना वैक्सीन के लिए चलाए जाने वाले राष्ट्रव्यापी अभियान के पहले दिन करीब 3 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी,16 जनवरी के दिन वैक्सीन लगाए जाने का काम देशभर में 2,934 स्थानों पर शुरू किया जाएगा… सूत्रों के मुताबिक एक केंद्र पर एक टीकाकरण सत्र में औसतन 100 लोगों को ही टीका लगाया जाएगा, बुधवार के दिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, “राज्यों को सलाह दी गई है कि वे प्रत्येक टीकाकरण सत्र में औसतन 100 लोगों को ही टीका प्रदान करें, प्रत्येक साइट पर एक दिन में अनुचित संख्या में वैक्सीन न लगाने और हड़बड़ी न करने को लेकर राज्यों को निर्देश दिए गए हैं. ” केंद्र द्वारा राज्यों को अधिक से अधिक वैक्सीनेशन साइट्स बनाने की सलाह दी गई है ताकि टीकाकरण की एक सरल और स्थाई प्रक्रिया चलती रहे… मंगलवार के दिन सरकार ने संकेत दिए कि स्वास्थ्यकर्मियों के पास विकल्प होगा कि वे किस कंपनी की वैक्सीन लगवाना चाहते हैं, फिलहाल उनके पास दो वैक्सीनों के विकल्प हैं… एक कोविशील्ड वैक्सीन का जिसका निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जा रहा है, दूसरा विकल्प है कोवैक्सीन का जिसका निर्माण भारत बायोटेक कंपनी द्वारा किया जा रहा है… दोनों ही कंपनियों के इस्तेमाल को बीते दिनों आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमति दे दी गई है… स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार टीकाकरण की प्रक्रिया एकदम स्वैच्छिक है अगर कोई स्वास्थ्यकर्मी टीका लगवाने से मना करता है तो उसपर टीका लगवाने की कोई बाध्यता नहीं है…