अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में नरमी के बीच आज पेट्रोल-डीजल के मोर्चे पर आम आदमी को राहत मिली है… बुधवार को लगातार 24 दिनों के बाद घरेलू तेल कंपनियों के पेट्रोल-डीजल की कीमतों में में बदलाव हुआ है… इसके पहले लगातार 24 दिनों तक पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर रही… आखिरी बार तेल कंपनियों ने पिछले महीने 27 फरवरी को पेट्रोल-डीजल की कीमतों अंतिम बार बदलाव किया था. बुधवार को विभिन्न शहरों में पेट्रोल का भाव 18 पैसे प्रति लीटर और डीज़ल का भाव 17 पैसे प्रति लीटर तक कम हुआ है… इस गिरावट के बाद दिल्ली में पेट्रोल 90.99 रुपये प्रति लीटर और डीजल 81.30 रुपये प्रति लीटर हो गया है… अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 15 दिन में 10 फीसदी गिर चुका है… यूरोप में कोरोना की तीसरी लहर के चलते वहां ईंधन की मांग घटने की संभावना है… इसके चलते कच्चे तेल की कीमत 71 डॉलर प्रति बैरल से गिरकर 64 डॉलर पर आ गई… पेट्रोल और डीजल की आज जो रिकॉर्ड कीमतें चल रही हैं, उसकी सबसे बड़ी वजह यही है कि इन पर टैक्स बहुत ज्यादा है… सरकार को मौजूदा वित्त वर्ष में पेट्रोल और डीजल पर एक्साइड ड्यूटी से 3.49 लाख करोड़ रुपये हासिल होंगे… यह वित्त वर्ष 2020-21 के बजट अनुमान 2.49 लाख करोड़ रुपये से 39.3 फीसदी या करीब 97,600 करोड़ रुपये ज्यादा होगा…