होम लोन कंपनी आई.आई.एफ.एल. (IIFL) के खिलाफ एक और FIR दर्ज, 70 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप

नोएडा स्थित डेवलपर कंपनी बायावीवर लिमिटेड के खातों से 70 करोड़ की बेनामी निकासी के संबंध में एन.बी.एफ.सी – इंडिया इंफोलाइन फाइनेंस लिमिटेड (आई.आई.एफ.एल फाइनेंस लिमिटेड) के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज की गई है। एन.बी.एफ.सी इंडिया इंफोलाइन फाइनेंस लिमिटेड द्वारा की गई अवैध निकासी को गंभीरता से लेते हुए गौतमबुद्ध नगर की सी.जे.एम अदालत ने दिनांक 06-03-2021 के आदेश के तहत इंडिया इंफोलाइन फाइनेंस लिमिटेड, विस्तरा (आई.टी.सी.एल) व इसके के विभिन्न अधिकारियों के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज करने का निर्देश थाना सेक्टर-20 को दिया गया है। जिसमें इसके ग्रुप चेयरमैन निर्मल भंवरलाल जैन और एन.बी.एफ.सी के टॉप मैनेजमेंट के 16 अन्य कर्मचारी शामिल हैं। यह मामला डेवलपर कंपनी बायावीवर लिमिटेड के निर्देशक श्री अरुण कुमार द्वारा आई.आई.एफ.एल के खिलाफ डेवलपर के एस्क्रो खाते से की गई धांधली और अवैध निकासी के संबंध में शिकायत दर्ज करने के बाद दायर किया गया है। जो विस्तरा (आई.टी.सी.एल) कम्पनी के नियंत्रण में थे।
एडवोकेट भूपेंद्र शर्मा के अनुसार डेवलपर कंपनी बायावीवर द्वारा विकसित किये जाने वाले प्रोजेक्ट ओह माय गॉड (सेक्टर-129 नोएडा) को फाइनेंस करने के लिए अलीसा इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड ने इंडिया इंफोलाइन फाइनेंस लिमिटेड से लोन लिया था। लोन के कार्यकाल में इंडिया इंफोलाइन फाइनेंस लिमिटेड ने विस्तरा आई.टी.सी.एल इंडिया लिमिटेड (ट्रस्टी) के साथ साजिश करते हुए धोखे व धांधली से बायावीवर लिमिटेड के खाते से 70 करोड़ रुपये निकालकर उसे अपने खातों में ट्रांसफर कर दिया।
एफ.आई.आर (FIR) में ग्रुप के चेयरमैन निर्मल भंवरलाल जैन, मैनेजिंग पार्टनर बाला जी राघवन और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट श्री अनुराग सोलंकी के अलावा उपरोक्त अपराधों के लिए अन्य 16 लोगों के नाम हैं। एफ.आई.आर में एन.बी.एफ.सी के आठ अन्य कर्मचारियों और डिबेंचर ट्रस्टी कंपनी विस्तरा आई.टी.सी.एल (इंडिया) लिमिटेड के नाम भी हैं।

एडवोकेट शर्मा के अनुसार एन.एस.ई.एल (NSEL) घोटाले में एस.एफ.आई.ओ. (SFIO) द्वारा आई.आई.एफ.एल. (IIFL) के खातों की पहले से ही जांच की जा रही है और सेबी (SEBI) ने 22.09.2019 की अपनी रिपोर्ट के माध्यम से यह माना है कि आई.आई.एफ.एल. (IIFL) समूह की कंपनियां व्यापार के लिए अयोग्य हैं। इसी तरह, ई.ओ.डब्ल्यू (EOW) दिल्ली ने ए.वी.जे डेवलपर्स के खिलाफ किए गए इसी तरह के अपराध के लिए आई.आई.एफ.एल के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज कर रखी है।