सीबीआई चीफ के चुनाव को लेकर हाई पावर कमेटी की बैठक की गई थी… इस बैठक में पीएम मोदी, मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना और विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी मौजूद थे… इस मीटिंग में नए सीबीआई चीफ की नियुक्ति को लेकर चर्चा की गई… सूत्रों की मानें तो 1984-87 बैच के 109 अधिकारियों के नाम में से कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने हाई पावर कमेटी के लिए 10 नाम शॉर्टलिस्ट किए थे… बाद में इस लिस्ट में सिर्फ 6 नामों को ही आगे बढ़ाया गया… इस रेस में बीएसएफ चीफ राकेश अस्थाना और एनआईए चीफ वाईसी मोदी भी शामिल थे… इस नियुक्ति में अभूतपूर्व यह हुआ कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने कमेटी के सामने ‘सिक्स मंथ रूल’ का जिक्र किया… इस फैसले का विचार पुलिस प्रमुखों के कार्यकाल और चयन में आने वाली समस्याओं को ठीक करना था ताकि ऐसी स्थिति से बचा जा सके जहां कुछ महीनों के भीतर सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी को पद दिया गया हो… सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था कि 6 महीने से कम के कार्यकाल वाले किसी भी अधिकारी को प्रमुख के पद के लिए शामिल नहीं किया जा सकता है… ऐसे में राकेश अस्थाना 31 जुलाई को रिटायर हो रहे हैं और वाईसी मोदी का कार्यकाल भी 31 मई को खत्म हो रहा है और सुप्रीम कोर्ट के साल 2006 के फैसले के आधार पर इन लोगों को इस रेस में शामिल नहीं किया जा सकता है…