अल्मोड़ा । बाल प्रहरी के 168वें ऑनलाइन त्वरित भाषण के कार्यक्रम में इंडियाना (अमेरिका) से मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए श्रीमती मोहिनी बाजपायी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता पाने के लिए कोई शॉर्टकट रास्ता नहीं होता, बल्कि अपनी क्षमताओं का पूरा प्रयोग करते हुए निरंतरता के साथ लक्ष्य के लिए काम करके ही सफलता मिलती है। त्वरित भाषण के इस ऑनलाइन कार्यक्रम में उन्होंने बच्चों के आत्मविश्वास की तारीफ करते हुए कहा कि कोरोना काल में बच्चों को पढ़ाई की मुख्य धारा से जोड़े रखने के लिए बाल प्रहरी के प्रयास सराहनीय हैं। बच्चों ने मोहिनी वाजपायी से अमेरिका के बारे में विभिन्न जानकारियाँ प्राप्त करने के लिए प्रश्न पूछे। श्रीमती मोहिनी बाजपायी ने भी बच्चों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का विस्तार से उत्तर दिया।उन्होंने बच्चों को बताया कि अमेरिका में सभी नागरिक वहां की सरकार द्वारा बनाये गये नियमों का कड़ाई से पालन करते हैं।बच्चों के प्रश्नों के जबाव में अपनी बात रखते हुए मोहनी बाजपायी ने कहा कि उन्होंने देहरादून से मास्टर डिग्री हासिल कर साफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में अपना कैरियर प्रारंभ किया। 2014 में पारिवारिक दायित्वों के कारण जॉब छोड़ी और 2017 में अमेरिका आ गई। मोहिनी एक आर्टिस्ट और ब्लॉगर के रूप में खूब चर्चित हैं, साथ ही उन्हें पेंटिंग का भी बहुत शौक है। उनकी बेटियां वेदंशी और नाइरा भी बालप्रहरी के कार्यक्रमों में रूचि लेती हैं। वेदंशी तो कार्यक्रमों में भाग भी लेने लग गई है, जबकि नाइरा अभी बहुत छोटी है।
गूगल मीट पर संचालित इस ऑनलाइन कार्यक्रम की विशेषता यह थी कि कार्यक्रम के संचालन सहित अध्यक्षीय उद्बोधन भी बच्चों द्वारा ही किये गये। संचालन सेंट लारेंस सीनियर सेकेन्डरी स्कूल हल्द्वानी की कक्षा 6की छात्रा कु० नियति द्वारा किया गया जबकि बच्चों की ओर से अध्यक्षीय उद्बोधन गंगोलीहाट पिथौरागढ़ की कक्षा 12 की छात्रा मीतू माहरा द्वारा किया गया। बालप्रहरी के सम्पादक उदय किरौला ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बालप्रहरी का सतत प्रयास है कि बच्चों को सृजनात्मक गतिविधियों से रूचि के साथ जोड़े रखा जा सके। श्री किरौला ने बताया कि बाल प्रहरी पूर्ण रूप से बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए ही समर्पित पत्रिका है। इसमें बच्चों की रचनाओं और सृजनात्मक कार्यों को ही प्रमुखता से स्थान दिया जाता है। कार्यक्रम में समापन अतिथि के रूप में बच्चों को सम्बोधित करते हुए रूद्रप्रयाग के नवाचारी शिक्षक हेमंत चौकियाल ने कहा कि यह देखना सुखद अनुभव है कि बच्चे बड़े आत्मविश्वास के साथ अपनी बात रख रहे हैं। श्री चौकियाल ने बाल प्रहरी के सम्पादन उदय किरोला के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने कोरोना काल में बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़े रखने के लिए अभी तक लगभग पौने दो सौ ऑनलाइन गोष्ठियाँ कर ली हैं। उन्होंने इस ऑनलाइन कार्यक्रम की श्रृंखला को जारी रखते हुए, काबिले तारीफ काम किया है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उत्तराखंड शिक्षा विभाग के उपनिदेशक आकाश सारस्वत ने कहा कि बालप्रहरी के माध्यम से बच्चे भाषा की दक्षताओं में प्रवीणता हासिल कर रहे हैं। बालप्रहरी के संरक्षक श्याम पलट पाण्डेय ने भी बच्चों को अपना आशीर्वाद प्रदान किया।
कार्यक्रम में जागृति पंत पिथौरागढ़, मोहित गैड़ा अल्मोड़ा,रिया पांडे दिल्ली, अधिश्री सिंह छत्तीसगढ़, अर्जरागनी सारस्वत आगरा, उत्तरप्रदेश, कु० अर्णवी सजवान उधमसिंह नगर सहित 36 बच्चों ने त्वरित रूप से दिये गये विषयों पर अपनी बात बड़े आत्मविश्वास के साथ सामने रखी।