पेगासस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई की गई… ट्रिब्यूनल में नियुक्ति के लिए केंद्र को दस दिन का समय दिया गया है… केंद्र ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर दिया… केंद्र ने हलफनामे में कहा है कि मामले की जांच के लिए वह विशेषज्ञों की एक कमिटी बनाएगा… केंद्र ने कोर्ट से कहा कि पेगासस जासूसी प्रकरण में कुछ छिपाने को नहीं है और सभी पहलुओं को देखने के लिए यह विशेषज्ञों की एक कमेटी गठित करेगा… केंद्र ने कहा कि यह मामला काफी तकनीकी है जिसकी जांच के लिए विशेषज्ञों का होना जरूरी है… मामले में जांच के लिए याचिका दायर करने वाले पत्रकारों एन राम और शशिकुमार की ओर से सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने कहा कि हलफनामे से यह नहीं पता चलता है कि सरकार या इसकी एजेंसी इस स्पाइवेयर का इस्तेमाल करती थी या नहीं… चीफ जस्टिस एनवी रमना और जस्टिस सूर्यकांत और अनिरुद्ध बोस की बेंच के पास हलफनामा दायर किया गया… केंद्र सरकार ने कहा कि कथित पेगासस जासूसी प्रकरण को लेकर संसद में आइटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पहले ही स्पष्टीकरण दे दिया है… कोर्ट में सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने हलफनामे के कुछ अंश पढ़कर सुनाए जिसमें उन सभी आरोपों का खंडन किया गया है…