पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और उनके प्रतिनिधि PFA के सौरभ गुप्ता तथा संजय गांधी एनिमल केअर सेन्टर की छवि खराब करने के उद्देश्य से एक फर्जी वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। इसमे कुछ अलग अलग वीडियो क्लिप्स को जोड़ कर सौरभ गुप्ता की आवाज को जोड़ तोड़ कर फोटोशॉप का आपराधिक स्तेमाल किया गया है, प्रथम दृष्टया देखने पर ये वीडियो ऐसा ही प्रतीत हो रहा है जैसे सच मे मेनका गांधी के प्रतिनिधि ने उनके अस्पताल के खिला मोर्चा खोलते हुए वीडियो जारी कर दिया हो। परंतु वीडियो वायरल होते ही सौरभ गुप्ता सामने आए और सच्चाई जाहिर करते हुए तथ्य जारी करते हुए बयान जारी किया साथ ही इस वीडियो में दिखाई क्लिप की असली वीडियो क्लिप भी जारी की जिसमे साफ तौर पर सुना जा सकता है कि उनके बैकग्राउंड साउंड में ‘संजय गांधी’ शब्द किसी अन्य वीडियो से क्रॉप करके जोड़ा गया है। जो साफ दर्शाता है कि वीडियो जारी करने वाले गैंग की मानसिकता कितनी आपराधिक रही होगी,
दोनो वीडियो को देखने के बाद ही ये समझ आ सकता है कि किस हद्द तक फोटोशॉप का आपराधिक स्तेमाल करके सोशल मीडिया का दुरुपयोग किया गया है फिलहाल सौरभ गुप्ता ने बातचीत में बताया कि ये वीडियो क्लिप आज से करीब 2-3 साल पहले का है जब मेनका गांधी के निर्देश पर ग़ाज़ियाबाद के एक एनिमल शेल्टर में पुलिस के साथ सर्वे किया गया था और वहां से कुछ बेहोशी के इंजेक्शन बरामद किए गए थे जिसकी शिकायत नगर निगम ग़ज़िआबाद और स्थानीय पुलिस से की गई थी जिसके बाद तत्कालीन शेल्टर प्रबंधिका को ब्लैकलिस्ट करके हटा दिया गया था । आज उसी वीडियो को दिल्ली स्थित संजय गांधी एनिमल केअर सेन्टर का वीडियो बताकर पेश किया गया है ।
ज्ञात हो कि सौरभ गुप्ता के ऑफिशयल फेसबुक पेज पर भी हैकर्स की नज़र थी और उनका एकाउंट हैक करने की कोशिश की गई थी जिसके बाद फेसबुक ने सौरभ गुप्ता की सेफ्टी और सुरक्षा को देखते हुए 4जुलाई 2021 को पोर्टल से उनका फेसबुक एकाउंट ब्लॉक कर दिया था। उनका कहना है कि वह पिछले 17 सालों से मेनका गांधी एयर उनकी संस्था से जुड़े हुए हैं और करीब 1000 से ज्यादा मुकदमे मांस माफियाओं, पशु तस्करों । एनिमल/डॉग ब्रीडर्स के खिलाफ दर्ज करवा चुके हैं और इस तरह की कार्यवाही करने पर पशु माफियाओं से उनकी और उनके भाई गौरव गुप्ता की दुश्मनी है जिसके मध्यनज़र दिल्ली उच्च न्यायालय से दोनों भाइयों को पुलिस सुरक्षा भी मिली हुई है। फिलहाल सौरभ गुप्ता द्वारा इस मामले की गंभीरता को देखेते हुए साहिबाबाद थाने में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दे दी गयी है साथ ही उत्तरप्रदेश के पुलिस महानिदेशक और दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भी ईमेल के माध्यम से IT एक्ट , 420, 120बी, 34, 194, के तहत मुकदमा दर्ज करने के लिए शिकायत भेज दी गयी है ।