बीते 5 अक्टूबर ग़ज़ियाबाद की गौर कास्केड सोसाइटी के G-56 में रहने वाले एक सीनियर सिटीजन धर्म सिंह चौहान ने सोसाइटी के F-1148 में रहने वाले एक परिवार पर कुत्ते से हमला करवाने के आरोप में नंदग्राम थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया, मामला रिटायर्ड सीनियर सिटीजन से जुड़ा था तो पुलिस ने भी तत्परता दिखाते हुए शिकायत पर बिना जांच किये मुकदमा दर्ज कर लिया ।
मामला अखबारों की सुर्खियां बना तो कुत्ते के मालिक अनिरुद्ध पंवार को पता चला कि उन पर मुकदमा दर्ज हो गया है जिसके बाद उसने एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया(भारत सरकार) से मदद की गुहार लगाई, यही नहीं मामला पीएफए संस्था और सांसद मेनका गांधी के कार्यालय तक पहुंच गया तो पीपल फ़ॉर एनिमल्स के पदाधिकारियों ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया, एनिमल वेलफेयर ऑफिसर और जाने-माने एनिमल एक्टिविस्ट सौरभ गुप्ता ने ग़ाज़ियाबाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से घटना की निष्पक्ष जांच करने को कहा, क्योंकि पैट मालिक की तरफ से बार- बार यही कहा जा रहा था कि उनकी बेटी कुत्ते को बांध कर घुमा रही थी और कुत्ते ने हमला नही किया मामले में थानाध्यक्ष नंदग्राम ने जांच करने के लिए जांच अधिकारी को भेजा तो सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग खंगाली गयी जिसे देख कर पुलिस भी दंग रह गयी,रिकॉर्डिंग में साफ देखा जा सकता है कि रिटायर्ड दंपत्ति द्वारा लागाये गए आरोपी और जो शिकायत पुलिस को दी गयी थी वो सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग से मेल नही खा रही थी. पेट मालिक अपने कुत्ते को बांध कर घुमा रहे थे और कुत्ते द्वारा हमला नही किया गया, बल्कि वीना चौहान कुत्ते को देख कर पीछे हटी और किसी कारणवश गिर गईं।
पैट मालिक अनिरुद्ध पंवार का यह भी कहना है कि सोसाइटी की मेन्टेनेन्स एओए के हाथ में है और ए.ओ.ए के पदाधिकारी इस मामले में गवाह बने हैं, ये पूरी तरह से षड्यंत्र है इसलिए सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग नही दी जा रही थी जिसके बाद उन्होंने पुलिस और पीएफए से गुहार लगाई तब जाकर पुलिस उपनिरीक्षक जांच अधिकारी ने सोसाइटी में घटनास्थल का दौरा किया और सोसाइटी सुरक्षा इंचार्ज से सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग तुरंत मुहैया कराने के लिए आदेशित किया तब उन्हें रिकॉर्डिंग मिल पाई है।
सोसाइटी के कुछ पैटलवर्स ने बताया कि सोसाइटी में पिछले कुछ महीनों से कुछ लोग कुत्तों को हटवाने की बात करते हैं और पैटलवर्स पर दवाब बनाया जाता है कि वो पैट ना पालें और अगर पालना है तो सोसाइटी की आरडब्ल्यूए को पैसा दें जो कि पूरी तरह से गैर कानूनी है, और आये दिन इसी तरह की फ़र्ज़ी शिकायत करके पैट लवर्स को झूठे केस में फसाने की धमकी देकर परेशान करते है, कुछ लोग जो सोसाइटी में राजनीति करते हैं और एसोसिएशन के पदाधिकारी हैं वो इन मामलों में सक्रिय हैं उन्होंने ही इस मामले को तूल दिया है,एओए के सदस्य इस मामले में गवाह बने हैं, जो मामला हुआ ही नही उसमे वो कैसे गवाह बन सकते हैं लिहाजा उनकी भूमिका इस मामले में संदिग्ध है।
गौरतलब है कि सोसाइटी में अक्सर इस तरह के मामले सोसाइटी के चुनाव से पहले गरमा जाते हैं ज्ञात हो कि भारतीय पशु कल्याण बोर्ड द्वारा इस तरह के मामलों से निपटने के लिए कई बार गाइडलाइन जारी की गई हैं जिसमे सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के आदेशों का हवाला देते हुए पेटलवर्स और डॉग फ़ीडर्स की सेफ्टी सिक्योरिटी सुनिशचित करने के लिए समय समय पर राज्यों के मुख्यसचिव और पुलिस महानिदेशकों को पत्र लिखा जाता रहा है, बीते माह ऐसे ही एक मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय का एक फैंसला आया है जिसमे पैट लवर्स और स्ट्रे डॉग फ़ीडर्स की सुरक्षा सुनिशचित करने के लिए दिल्ली पुलिस और भारतीय पशु कल्याण बोर्ड को आदेशित किया गया था फिलहाल गेंद पुलिस के पाले में हैं पुलिस का कहना है कि मामले में जांच जारी है सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग को जांच में सम्मलित कर आगे की कार्यवाही की जाएगी, तब तक किसी के खिलाफ कार्यवाही नही की जाएगी अगर रिपोर्ट गलत पाई गई तो रिपोर्ट दर्ज करवाने वालों पर भी कार्यवाही होगी, तो वहीं पीड़ित पैट मालिक ने कहा कि उन्हें पुलिस की जांच पर भरोसा है वक्त रहते अगर पुलिस ने सीसीटीवी नही खंगाले होते तो वो एक फर्जी मुकदमे की भेंट चढ़ जाते साथ ही पीएफए जैसी संस्थाओं का धन्यवाद किया उनका कहना है कि वादी वीना चौहान के पति सोसाइटी के राजनीतिक मामलों से जुड़े हैं और इसी के चलते एओए के साथ मिलकर ये मुकदमा प्लांट किया गया है, वह इस मामले में आपराधिक षड्यंत्र और मानहानि के तहत केस करेंगे।
ज्ञात हो कि गौर कैसकैड सोसाइटी में रहने वाले मधुसूदन भारद्वाज को भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (भारत सरकार) ने राज नगर एक्सटेंशन का मानद सदस्य नियुक्त किया हुआ है उन्होंने बताया कि वह इस मामले में हस्तक्षेप कर बीच का रास्ता निकालेंगे साथ ही अगर किसी पैट लवर को कोई समस्या आती है तो वह उनसे संपर्क कर सकता है, इस मामले में भी वो पुलिस के साथ संपर्क में हैं
अब इस मामले में कई पशुप्रेमी और गैर सरकारी संगठन पैट लवर अनिरुद्ध पंवार के पक्ष में उतर आये हैं उनका कहना है कि ए.ओ.ए को रद्द कराने के लिए वह सभी कमिश्नर मेरठ मंडल को पत्र लिखेंगे और एसएसपी से मिलेंगे, रविवार देर रात तक ये मामला चर्चाओं का विषय बना रहा।