शारदीय नवरात्रि के नौ दिन समाप्त होने के बाद दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है… दशहरा का यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर मनाया जाता है… इस दिन भक्त मां दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन करते हैं… हिंदू पंचांग के मुताबिक आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दसवीं तिथि को दशहरा मनाया जाता है… मान्यता है कि दशहरे के दिन ही प्रभु श्रीराम ने रावण का संहार किया था, इसलिए इस दिन को विजयादशमी भी कहा जाता है… दशहरे के दिन जगह-जगह पर मेलों का आयोजन होता है, साथ ही रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले फूंके जाते हैं… असत्य पर सत्य की जीत के इस प्रतीक के दिन लोग अपने दोस्तों, परिजनों और रिश्तेदारों को संदेश भेजकर शुभकामनाएं देते हैं… दशहरा, इस बार तीन योग में होगा… इस योग में दशहरा का पूजन जातकों के लिए अत्यंत शुभ होगा… विजय दशमी के दिन दोपहर 2:01 से 2:47 बजे तक विजय मुहूर्त है… इस मुहूर्त की अवधि सिर्फ 46 मिनट है… बता दें कि विजय दशमी के त्योहार पर शस्त्र पूजन भी होता है… इस दशहरा और विजय दशमी के पर्व पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं…