गुजरात: नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHRCL) ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के लिए गुजरात के आणंद के पास स्थित कास्टिंग यार्ड @ सीएच:434 में 40 मीटर स्पैन का पहला फुल स्पैन प्री-स्ट्रेस्ड कंक्रीट (पी.एस.सी.) बॉक्स गर्डर की कास्टिंग का काम शुरू किया । 40 मीटर स्पैन के इस पी.एस.सी. बॉक्स गर्डर का वजन लगभग 970 मीट्रिक टन है, जो भारत के निर्माण उद्योग में बना अबतक का सबसे भारी पी.एस.सी. बॉक्स गर्डर होगा। 390 घन मीटर कंक्रीट और 42 मीट्रिक टन स्टील से 40 मीटर के इस स्पैन गर्डर को बिना किसी कंस्ट्रक्शन ज्वाइंट के सिंगल पीस में ढाला जा रहा है।
मुंबई अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट (एम.ए.एच.एस.आर.) 508 किमी लंबा है। 508 किमी में से, 352 किमी गुजरात राज्य (348 किमी) और दादर एवं नगर हवेली (4 किमी) में स्थित है और शेष 156 किमी महाराष्ट्र राज्य में स्थित है। 352 किमी में से, 325 किमी लंबाई के लिए मैसर्स एलएंडटी निष्पादन एजेंसी है, जिसका कार्य उन्हें दो पैकेजों यानी सी4 (237 किमी) और सी6 (88 किमी) के माध्यम से सौंपा गया है।
वायडक्ट के निर्माण में तेजी लाने हेतु सबस्ट्रक्चर और सुपरस्ट्रक्चर का निर्माण साथ ही साथ किया गया है। हालांकि, पाइल, पाइल कैप, पियर और पियर कैप जैसे सबस्ट्रक्चर का काम अभी जारी है, लेकिन सुपरस्ट्रक्चर के लिए फुल स्पैन गर्डर और सेगमेंटल गर्डर्स को ढालने हेतु संरेखण के साथ कास्टिंग यार्ड विकसित किए गए हैं ताकि उन्हें ढाले गये पियर कैप्स पर भारी मशीनरी का इस्तेमाल करके लॉन्च किया जा सके।
सुपरस्ट्रक्चर के लिए बनाये जा रहे अधिकांश गर्डर फुल स्पैन 30,35 और 40 मीटर के होंगे, हालांकि, ऐसे स्थानों जहां जगह कम है, छोटे प्री-कास्ट सेगमेंट के सेगमेंटल लॉन्चिंग का उपयोग किया जाएगा। सेगमेंटल गर्डर की तुलना में फुल स्पैन गर्डर को अधिक प्राथमिकता दी जाती है क्योंकि फुल स्पैन गर्डर की लॉन्चिंग सेगमेंटल गर्डर की लॉन्चिंग से सात गुना जल्द होती है।
गर्डरों की कास्टिंग के लिए संरेखण के साथ-साथ 23 कास्टिंग यार्ड विकसित किए जा रहे हैं। हर एक कास्टिंग यार्ड आवश्यकता के अनुसार 16-93 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है और हाई स्पीड रेल संरेखम के पास ही बनाया गया है। अच्छी गुणवत्ता के साथ-साथ गर्डरों की शीघ्र ढलाई हेतु प्रत्येक कास्टिंग यार्ड में रिबार केज बनाने के लिए जिग्स, हाइड्रोलिक रूप से संचालित प्री-फैब्रिकेटेड मोल्ड्स के साथ कास्टिंग बेड, बैचिंग प्लांट, एग्रीगेट स्टैकिंग एरिया, सीमेंट साइलो और लेबर कैंप जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं।
इन प्री-कास्ट गर्डरों को स्ट्रैडल कैरियर, ब्रिज गैन्ट्री, ट्रांसपोर्टर और लॉन्चिंग गैन्ट्री जैसी भारी मशीनरी का उपयोग करके लॉन्च किया जाएगा। लॉन्चिंग के गर्डरों की निरंतर आपूर्ति होती रहे इसके लिए गर्डर को ढालने का काम इन कास्टिंग यार्डों में पहले से किया जाएगा और इसे व्यवस्थित तरीके से रखा जाएगा। स्ट्रैडल कैरियर स्टैकिंग यार्ड से बॉक्स गर्डर को उठाएगा और ब्रिज गैन्ट्री को फीड करेगा, जो बॉक्स गर्डर
को उठाएगा तथा गर्डर को पियर कैप पर बेयरिंग के ऊपर रखेगा। ब्रिज गैन्ट्री पहले 3-4 बॉक्स गर्डर को लॉन्च करेगी, जिस पर गर्डर ट्रांसपोर्टर रखा जाएगा और इसके पश्चात् ट्रांसपोर्टर व लॉन्चिंग गैन्ट्री का उपयोग करके कुछ किलोमीटर तक क्रमिक तरीके से गर्डर्स की लॉन्चिंग जारी रहेगी।
लॉन्चिंग हेतु कास्टिंग यार्ड और भारी मशीनरी की योजना इस तरह से बनाई गई है कि हर बड़ी आवश्यकता को पूरा किया जा सके। एक महीने के भीतर 300 फुल स्पैन बॉक्स गर्डर की कास्टिंग और लॉन्चिंग, एक महीने के भीतर लगभग 12 किमी सुपरस्ट्रक्चर कास्टिंग और इरेक्शन के बराबर है।