राजस्थान: लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नैन, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिणी कमान ने दो दिवसीय दौरे पर
11-12 नवंबर को जैसलमेर सैन्य स्टेशन का दौरा किया। आर्मी कमांडर ने रेगिस्तानी क्षेत्र में देश की पश्चिमी सीमाओं की रक्षा करने वाली फॉर्मेशनो की परिचालन तैयारियों की समीक्षा की। जनरल ऑफिसर को वरिष्ट सैन्य अधिकारियों द्वारा विभिन्न सैन्य कार्रवाईयों से अवगत कराया गया I
आर्मी कमांडर ने युद्ध के मैदान के अनिश्चितता भरे वातावरण में अपने मैकेनाइज फॉर्मेशन का युद्धाभ्यास एवं युद्ध क्रियाओं को देखा और सामरिक एवं परिचालन स्तर पर सैन्य अभियानों के संचालन में भविष्य की प्रौद्योगिकियों की उपयोगिता का जायजा लिया । इसमें एडवांस्ड लाइट हेलीकाप्टर (एकीकृत हथियार प्रणाली) ध्रुव जैसे बहुमुखी और स्वदेशी हवाई प्लेटफार्म, स्वार्म ड्रोन, मानवयुक्त / मानव रहित टीमिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को शामिल किया गया। युद्ध के दौरान आवश्यक ईन्टेलीजेन्स सर्विलांस और रेकी के लिए स्वदेशी नई पीढ़ी के उपकरणों को शामिल किया गया । आर्मी कमांडर ने सभी रैंकों को हमारे विरोधियों द्वारा की गई किसी भी देशविरोधी गतिविधी का मुँहतोड़ जवाब देने के लिए लगातार तैयार रहने और पेशेवर रूप से सक्षम रहने का आह्वान किया। उन्होंने “भविष्य के युद्धों” मे लड़ने के लिए लगातार रणनीतिक तकनीकी और संचालन प्रक्रिया विकसित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
आर्मी कमांडर ने जैसलमेर सैन्य स्टेशन में स्थित इकाइयों का भी दौरा किया और सैनिकों के साथ बातचीत की। आर्मी कमांडर ने हर समय उच्च मनोबल और परिचालन तत्परता बनाए रखने के लिए सभी रैंकों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सभी रैंकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए जैसलमेर सैन्य स्टेशन में एक नवनिर्मित सैनिक संस्थान का भी उद्घाटन किया।