दो-दिवसीय भारतीय युवा संसद का आयोजन 02-03 अप्रैल को उज्जैन में होगा

श्रीमहाकाल दर्शन-प्रसाद हेतु विशेष व्यवस्था महाकाल मन्दिर समिति द्वारा होगी।

हितेन शुक्ला, गुजरात: लोकतान्त्रिक मूल्यों में आस्था, सामाजिक एवं राजनैतिक क्षेत्र में युवाओं की सकारात्मक और रचनात्मक भूमिका के मद्देनज़र, युवा पीढ़ी प्रत्यक्ष रूप से भारतीय लोकतान्त्रिक प्रणाली को समझे, इसके उन्नयन-विकास में सक्रीय रूप से भागीदारी दे आदि उद्देश्य के साथ प्रतिवर्ष भारतीय युवा संसद का आयोजन किया जाता है।

इसी उद्देश्य को विस्तार देते हुए “लोकतंत्र : युवाओं की सहभागिता (Democracy : Direct Participation of Youths)” विषयक दो-दिवसीय भारतीय युवा संसद का आयोजन 02-03 अप्रैल, 2022 को विक्रमकीर्ति सभागार, विक्रम विश्वविद्यालय-उज्जैन में किया जा रहा हैं।

आयोजन विक्रम विश्वविद्यालय-उज्जैन, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय-भोपाल, महर्षि पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय-उज्जैन, श्री महाकाल मन्दिर समिति-उज्जैन, मध्यप्रदेश समाजविज्ञान अनुसन्धान केन्द्र-उज्जैन, जल संसद, ईटीवी भारत के संयुक्त तत्वावधान से मीडिया फाउंडेशन (न्यास) द्वारा आयोजित किया जा रहा हैं।

आयोजन में बीस से अधिक राज्यों के 400 युवा/विद्यार्थियों की सहभागिता होगी। जिसमें वे विभिन्न क्षेत्रों में भविष्योन्मुखी नेतृत्व संभावनाओं तथा कार्य-योजना की समझ विकसित कर सकेंगे।

आयोजन में आमंत्रित प्रमुख अतिथियों/मुख्य वक्ताओं में मध्यप्रदेश के महामहिम राज्यपाल मंगूभाई पटेल, कर्नाटका के महामहिम राज्यपाल थावरचन्द गहलोत, केन्द्रीय राज्य मन्त्री गृह एवं युवा मामलाल मन्त्रालय निशीथ प्रामाणिक, मध्यप्रदेश विधानसभाध्यक्ष गिरीश गौतम, राजस्थान विधानसभाध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, दिल्ली विधानसभाध्यक्ष रामनिवास गोयल, हिमाचल प्रदेश विधानसभाध्यक्ष विपिन परमार, असम विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. नुमाल मोमिन, छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी, मध्यप्रदेश सरकार के शिक्षा मन्त्री डॉ. मोहन यादव, उद्योग मन्त्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, बिहार सरकार के पथ निर्माण मन्त्री नितिन सिन्हा, पूर्व केन्द्रीय मन्त्री सचिन पायलट, महाकाल गादिपति महन्त विनीत गिरी, राष्ट्रीय चिन्तक केएन गोविन्दाचार्य,  मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद बीडी शर्मा, राजस्थान भाजपा अध्यक्ष डॉ.सतीश पुनिया, उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया, अंडमान-निकोबार के सांसद कुलदीप शर्मा, अरुणाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष निनोंग इरिंग, पूर्व सांसद रघुनन्दन शर्मा, मणिपुर के पूर्व शिक्षा मन्त्री थोकचोम राधेश्याम, सेवादल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष महेन्द्र जोशी, प्रदेश सरकार के पूर्व शहरी विकास मन्त्री जयवर्द्धन सिंह, मध्यप्रदेश विधानसभा की पूर्व उपाध्यक्ष सुश्री हिना कावरे, एनसीआरटी के निदेशक प्रो. दिनेश सकलानी, असम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजीव मोहन पन्त, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय-भोपाल के कुलपति प्रो.केजी सुरेश तथा डॉ. अवधेश पुरी शामिल हैं। 

आयोजन हेतु गठित समिति के मुख्य समन्वयक विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अखिलेश पाण्डेय, समन्वयक महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय-उज्जैन के कुलपति प्रो. विजयकुमार सी.जी., मध्यप्रदेश समाजविज्ञान अनुसन्धान केन्द्र-उज्जैन के अध्यक्ष प्रो. गोपालकृष्ण शर्मा, महाकाल मन्दिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़, पूर्व विधायक सतीश मालवीय, संयोजक मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक आशुतोष जोशी शामिल हैं।

आयोजन में सहभागी प्रतिभागियों हेतु आयोजन सहभागिता प्रमाण-पत्र मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष द्वारा हस्ताक्षरित होंगे। इस आयोजन में स्मार्ट सिटी-उज्जैन, नगर निगम-उज्जैन एवं जिला प्रशासन के विभिन्न प्रॉजेक्ट की जानकारी भी उपलब्ध होगी।

भारतीय संसद के प्रक्रम ब्यूरो ऑफ़ पार्लियामेंट्री स्टडीज ट्रेनिंग (पार्लियामेंट्री रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट फॉर डेमोक्रेसिस) के सौजन्य से प्रतिभागियों को संसदीय प्रकाशन भी उपलब्ध करवाया जाएगा।

आयोजन हेतु शुल्क सहित रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया ऑनलाइन  WWW.INDIANYOUTHPARLIAMENT.CO.IN और WWW.MEDIAFOUNDATION.CO.IN पर उपलब्ध हैं। जिसमें दो दिन का खाना, जलपान, प्रकाशन, टीशर्ट, किट इत्यादि शामिल हैं। उज्जैन से बाहर से आने वाले प्रतिभागियों हेतु आवास-रात्रि भोजन की व्यवस्था भी रहेगी। विभिन्न छात्र संघटनों और पूर्व में भारतीय युवा संसद के सत्रों में सहभागिता कर चुके युवाओं के स्थान पर नए विद्यार्थियों को रजिस्ट्रेशन में तरहीज होगी, ताकि वे समाज और राजनैतिक क्षेत्र में अपनी समझ विकसित करना चाहते हैं।

आयोजन के दौरान विशेष अनुशासन का पालन किया जाएगा, जिसमें नारेबाजी के अतिरिक्त सदन में मौजूद न होने वाले व्यक्ति/व्यक्ति समूह का नामोल्लेख करते हुए चर्चा नहीं होगी। सभी प्रतिभागी अनौपचारिक वेशभूषा से इतर निर्धारित ड्रेसकोड में ही सहभागिता करेंगे।

सभी प्रतिभागियों को आयोजन के दौरान कुल दो कम्युनिकेशन वर्कशॉप, दो ध्यानाकर्षण प्रस्ताव सत्र, प्रश्न काल के अतिरिक्त विभिन्न विचारधाराओं के प्रतिनिधियों, मंत्रियों के साथ ही विधानसभा अध्यक्षों के साथ सीधे संवाद का मौका होगा। 

मुख्य विषय  “लोकतंत्र : युवाओं की सहभागिता (Democracy : Direct Participation of Youths)” के अतिरिक्त ताज़ातरीन उक्रेन-रूस विवाद, अफगानिस्तान-नाटो सेना की वापसी, पाकिस्तान की राजनैतिक उथलपुथल, धारा 370 और ताज़ातरीन कश्मीर फाइल मूवी के साथ ही भारतीय चुनाव- उसके परिणाम, दुनिया का तेल संकट, ग्लोबल वार्मिंग, शिक्षा नीति के साथ ही आज़ादी के 75 साल की समीक्षा, पेगासस, श्रीलंका, नेपाल सहित अनेक चर्चा के विषय होंगे।

दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी विचारों को जानना-समझना और देश-समाज हेतु रचनात्मक सुझाव, नीति निर्माण-समीक्षा आदि को लेकर प्रशिक्षण सत्रों की भांति आयोजन होता हैं, साथ ही नामचीन पत्रकार, कुलपति, केन्द्रीय संस्थानों के निदेशक, सामाजिक कार्यकर्त्ता, उद्यमी और स्प्रीक्चुअल लीडर के साथ चर्चा-परिचर्चा में अनेक पहलुओं को अकादमिक दृष्टि से समझने का प्रयास रहता हैं।

मीडिया फाउंडेशन द्वारा पिछले दो दशक से युवाओं को लेकर ऐसे आयोजन देश भर के सुदूरवर्ती राज्यों में ऐसे आयोजन किये जाते रहे हैं। फाउंडेशन इसके अतिरिक्त पत्रकारिता के विद्यार्थियों, प्रशिक्षु पत्रकारों के समय समय पर ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन करता रहा है साथ ही लॉ और पोलिटिकल साइंस के साथ ही एमएसडव्लू के विद्यार्थियों के साथ एडवोकेसी, जर्नल पब्लिकेशन के रचनात्मक आयोजन करता रहता हैं।