यूपी के महोबा जिला अस्पताल से हैरान कर देने वाला मामला आया है… यहां इमरजेंसी वार्ड में मरीजों का इलाज तांत्रिक कर रहे हैं… इससे डॉक्टरों पर सवाल उठ रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है… वहीं, पूरे मामले पर जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं… गौरतलब है कि जिले के कुलपहाड़ अंतर्गत दरियार सिंह के खुड़ा निवासी गुलाब सिंह की बेटी संध्या यादव को रविवार को बिच्छू ने डंक मार दिया था… इसके बाद परिजन इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल लेकर आए… यहां चितइयन गांव का रामदास भी भर्ती था… उसे भी बिच्छू ने डंक मारा था… डॉक्टरों के इलाज से फायदा न मिलने पर परिजनों ने तांत्रिकों को अस्पताल में बुलवा लिया… उन्होंने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ही संध्या और रामदास का झाड़-फूंक कर इलाज किया… इस दौरान अस्पताल में 1, 2 नहीं बल्कि 3 तांत्रिक थे… हैरानी की बात ये है कि खुलेआम जिला अस्पताल में झाड़-फूंक होती रही और जिम्मेदारों को इसकी भनक तक नहीं लगी… झाड़-फूंक कर इलाज करने आए गोरखा गांव निवासी लखनलाल ने बताया कि उसके पास रोजाना मरीज आते हैं… उसने जिला अस्पताल में महिला मरीज का इलाज किया है… दावा है कि वो सौ फीसदी ठीक हो जाएगी… तांत्रिक संतोष कुमार पुजारी का दावा है कि उसने भी झाड़-फूंक से दो मरीजों का इलाज किया है. उन्हें आराम भी मिल गया है…