अडानी मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस की टिप्पणी पर पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने अपनी प्रतिक्रिया दी है… पी चिदंबरम ने कहा कि पहले भी मैं जॉर्ज सोरोस की बातों से सहमत नहीं होता था और आज भी उनकी बातों से सहमत नहीं हूं… बता दें कि म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में सोरोस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिजनेस टाइकून और कथित करीबी सहयोगी गौतम अडानी के शेयर संकट से कमजोर हो जाएंगे… चिदंबरम ने ट्वीट किया, “मैं पहले भी जॉर्ज सोरोस की अधिकांश बातों से सहमत नहीं था और मैं अब भी जो कुछ वो कहते हैं, उससे भी सहमत नहीं हूं, लेकिन उनकी टिप्पणियों से भारत में लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को गिराने का प्रयास एक बचकाना बयान है।” उन्होंने कहा कि भारत की जनता इस बात का फैसला करेगी कि सरकार में कौन रहेगा और कौन बाहर होगा… चिदंबरम ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि मोदी सरकार इतनी कमजोर है कि 92 साल के एक विदेशी नागरिक की बयानबाजी से गिराई जाएगी।” अपने ट्वीट को जारी रखते हुए, कांग्रेस नेता ने कहा, “उदारीकरण एक खुली, प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्था की शुरुआत करने के लिए था, मोदी सरकार की नीतियों ने कुलीनतंत्र का निर्माण किया है।”